India-US Relations:राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल-जेक सुलिवन के बीच फोन पर हुई वार्तालाप, पीएम मोदी के रूस दौरे के बाद अमेरिका ने पूछा से सवाल? जानिए..

India-US Relations:राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल-जेक सुलिवन के बीच फोन पर हुई वार्तालाप, पीएम मोदी के रूस दौरे के बाद अमेरिका ने पूछा से सवाल? जानिए..
Last Updated: 13 जुलाई 2024

भारत और अमेरिका दोनों देशों के NSA (National Security Agency) ने व्यापक वैश्विक रणनीतिक और साझेदारी को विस्तार देने के लिएसामूहिक रूप से काम करने पर सहमति जताई हैं।

न्यूज़: भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शुक्रवार (१२ जुलाई) को अपने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के साथ फोन पर कुछ बातचीत की थी. इन दोनों की यह वार्ता ऐसे समय हुई जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी रूस यात्रा करने के बाद भारत-अमेरिका के संबंधों में असहजता के संकेत मिले। सूत्रों ने बताया कि डोभाल और सुलिवन ने मिलकर शांति और सुरक्षा की दिशा में अहम् कदम बढ़ाते हुए वैश्विक चुनौतियों का निपटारा करने को लेकर भी विस्तार से चर्चा की थी. बता दें कि दोनों देशों ने  व्यापक वैश्विक रणनीतिक बनाने और साझेदारी का विस्तार करने के साथसामूहिक रूप से काम करने की आवश्यकता पर वार्तालाप की हैं।

भारत-अमेरिका संबंधों को बढ़ावा देने में सहमति

विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के बीच हुई बातचीत मेंसाझा मूल्यों और समान रणनीतिक बनाकर तथा सुरक्षा हितों को ध्यान में रखकर भारत-अमेरिका संबंधों को आगे बढ़ाने पर सहमती बनी हैं. विदेश मंत्रालय कि ओर से एक बयान जारी किया, जिसमे कहां गया किदोनों देशों के लिए फोन पर हुई बातचीत में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय चिंता के मुद्दों को ध्यान में रखकरक्वाड ढांचे के अनुकूल जुलाई 2024 और उसके बाद होने वाली आगामी उच्च स्तरीय बैठक को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई हैं।

पीएम मोदी की रूस यात्रा पर अमेरिका बयान

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस का दौरा किया था.विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने पीएम मोदी के रूस यात्रा से वापस लौट आने के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहां कि 'हम भारत से भी वही अपील करेंगे, जो हम रूस के साथ बातचीत करने वाले सभी देश से करते हैं. उन्होंने कहां कि भारत यह स्पष्ट करे कि यूक्रेन में संघर्ष का कोई भी समाधान ऐसा होना चाहिए या फिर नहीं, जो यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और यूक्रेन की संप्रभुता के संबंध में संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान करें।'

 

Leave a comment