उमर अब्दुल्ला के जम्मू-कश्मीर में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने और केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो चुका है।
Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की सरकार में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। अनुच्छेद-370 के हटने के बाद, उमर अब्दुल्ला ने 16 अक्टूबर बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
उनके साथ, डिप्टी सीएम सुरेंद्र चौधरी सहित 5 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी। आज इन सभी मंत्रियों के विभागों का ऐलान किया गया है। आइए जानते हैं कि किस मंत्री को कौन सा विभाग सौंपा गया है।
जम्मू में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 90 सीटों में से 42 सीटों पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस, जो नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन में थी, सिर्फ 6 सीटों पर जीत हासिल कर पाई है। चुनाव परिणाम में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 29 सीटें जीती हैं।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) को सिर्फ 3 सीटें मिली हैं, जो कि पार्टी के लिए एक झटका है, क्योंकि इससे पहले PDP राज्य की एक प्रमुख पार्टी रही थी। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (JPC), CPI (M), आम आदमी पार्टी (AAP) और 7 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
जम्मू-कश्मीर के नए कैबिनेट का गठन
जम्मू-कश्मीर के नए मंत्रिमंडल का गठन हो चुका है, जिसमें विभिन्न प्रमुख नेता शामिल किए गए हैं। यह मंत्रिमंडल क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और अनुभव के आधार पर संतुलित है, जो सरकार को स्थिरता और कुशल प्रशासन देने में मदद करेगा। यहाँ कुछ प्रमुख मंत्रियों का विवरण दिया गया है:
1. सकीना इटू- डीएच पोरा से विधायक, जिन्होंने पहले भी चार बार विधायक और चार बार मंत्री के रूप में कार्य किया है। उनके लंबे राजनीतिक अनुभव के कारण उन्हें इस बार फिर से मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है।
2. सुरेंद्र चौधरी- नौशेरा से विधायक और नए डिप्टी सीएम। उन्होंने जम्मू-कश्मीर बीजेपी अध्यक्ष रविंद्र रैना को हराया है। पिछली बार वह रैना से हार गए थे, लेकिन इस बार उन्होंने अपनी जीत सुनिश्चित कर ली है, जिससे उनकी राजनीतिक स्थिति और मजबूत हुई है।
3. जावेद अहमद राणा- पुंछ जिले के मेंढर से विधायक, जिन्होंने बीजेपी उम्मीदवार मुर्तज़ा अहमद खान को हराया। उनकी जीत सीमावर्ती क्षेत्र में नेशनल कॉन्फ्रेंस की पकड़ को दर्शाती है।
4. सतीश शर्मा- जम्मू के छम्ब सीट से निर्दलीय विधायक, जिन्होंने चुनाव के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन किया और अब मंत्रिमंडल में शामिल हो गए हैं। उनका निर्दलीय चुनाव जीतना और बाद में NC में शामिल होना उनकी राजनीतिक सूझबूझ को दिखाता है।
5. जावेद डार- रफियाबाद सीट से विधायक, जिन्होंने 9 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की। उनकी इस बड़ी जीत ने उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दिलाई है और उन्हें एक मजबूत जनाधार वाले नेता के रूप में देखा जा रहा है।