किसी की प्रतिभा हालात के आगे कमजोर जरूर हो सकती है, लेकिन यदि खुद पर भरोशा हो और थोड़ा साथ देने वाला मिल जाए तो आसमान को भी छू सकते हैं।
झारखण्ड: भारतीय टीम की हॉकी प्लेयर ब्यूटी कुमारी डुंगडुंग की कहानी ठीक वैसी है , जैसे रेगिस्तान में मुर्झाते पौधे को पानी मिलने पर वह खिल उठता है. ब्यूटी को हर हालात में लोगों की मदद मिली और आज वह नीली जर्सी में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर रही है. ब्यूटी की भारत टीम तक की यात्रा से पता चलता है कि हालात कमजोर हो सकते लेकिन भरोशा और मदद मिलने पर चाँद को भी छू सकते हैं।
ब्यूटी ने Subkuz.com को बताया कि भारत के लिए खेलने का सपना साकार हो गया है. यह सपना कई लोगों की मदद से पूरा हो पाया है. यदि किसी की प्रतिभा को निखारने के लिए सहयोग का हाथ आगे बढ़ाया जाए तो गांव, शहर और देश की की तस्वीर भी बदल सकती हैं।
स्कूल टाइम से मिलने लगा सहयोग
बताया कि ब्यूटी सिमडेगा के करंगागुड़ी गांव के आरसी उच्च मा. विद्यालय में पढ़ती थी, उस दौरान फादर बेनेदिक कुजर ने ब्यूटी हॉकी खेलने के लिए प्रेरित करते हुए प्रारंभिक प्रशिक्षण भी दिया। एक मैच के दौरान लचरागढ़ के पंखरासी टोप्पो ने उसकी प्रतिभा को पहचाना और वर्ष 2014 में आवासीय सेंटर ले आए।
बताया कि कल्याण विभाग के हॉस्टल के गार्ड पूर्व हॉकी खिलाडी थे. सेंटर में जब कोई कोच नहीं था तब उन्होंने ही निःशुल्क प्रशिक्षण दिया था. ब्यूटी को ट्रेनिंग के बाद वर्ष 2016 में पहली बार झारखण्ड टीम के लिए चुना गया था. नेशनल चैम्पियनशिप में बेहतर प्रदर्शन के बाद आवासीय सेंटर के कोच बरवा का साथ मिला था। फादर पॉलिस की आर्थिक मदद के बाद कैंप में पहुंची और अपनी मेहनत से टीम इंडिया में शामिल हुई।
लॉकडाउन के दौरान खेतों में किया काम
बताया कि वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के कारण वह घर पर रहकर दुसरो के खेतो में काम करने को मजबूर हो गई क्योकि उनके आर्थिक हालत ऐसे नहीं थे की वह पौष्टिक आहार खा सके. उस समय हॉकी के अध्यक्ष मनोज कोनबे ने ब्यूटी की आर्थिक मदद की और जिला मुख्यालय में रहने, खाने और प्रशिक्षण की व्यवस्था कि थी. जिसके बाद ब्यूटी को 2021 में जूनियर वर्ल्ड कप टीम में चुना गया। तथा 2022 में सीनियर इंडिया टीम का हिस्सा बना लिया गया. रांची में ओलंपिक क्वालीफायर में विशेषज्ञों ने ब्यूटी के खेल की बहुत प्रसंशा की थी।
बूटी का अंतरराष्ट्रीय सफर
* वर्ष 2019 में आयरलैंड दौरे से की शुरुआत
* वर्ष 2019 में बेलारूस और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पदक
* वर्ष 2021 में जूनियर वर्ल्ड कप में चतुर्थ स्थान
* वर्ष 2021 में चिली में नेशनल कप में जीता गोल्ड मैडल
* वर्ष 2022 सीनियर नैशनल कप में जीता गोल्ड
* वर्ष 2022 दिसंबर में स्पेन दौरे में जीता रजत पदक
* वर्ष 2023 दक्षिण अफ्रीका दौरा
* वर्ष 2024 में रांची ओलंपिक क्वालीफायर