DRDO Launch तेजस Mk1A : हल्के लड़ाकू विमान तेजस Mk1A ने आसमान में भरी पहली उड़ान, वैज्ञानिको का परीक्षण सफल

DRDO Launch तेजस Mk1A : हल्के लड़ाकू विमान तेजस Mk1A  ने आसमान में भरी पहली उड़ान, वैज्ञानिको का परीक्षण सफल
Last Updated: 30 मार्च 2024

बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) फैसिलिटी से तेजस Mk1A लड़ाकू विमान ने आसमान में पहली उड़ान भरी है. इस उड़ान साथ वैज्ञानिकों का परीक्षण सफल रहा।

बेंगलुरु, नई दिल्ली: हल्के लड़ाकू विमान तेजस Mk1A विमान श्रृंखला के पहले विमान LA5033 ने गुरुवार (28 मार्च) को बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) फैसिलिटी से आसमान में पहली उड़ान भरी है. विमान सफल उड़न के साथ करीबन 18 मिनट तक आसमान में उड़ान भर रहा था. एचएएल के सीएमडी (मुख्य प्रबंध निदेशक) सीबी अनंतकृष्णन ने Subkuz.com को बताया कि "फरवरी 2021 में अनुबंध पर हस्ताक्षर होने के बाद ग्लोबल जियो पॉलिटिकल इनवायरांमेंट में सभी प्रकार की चुनौतियों का सामना करते हुए, एचएएल ने समवर्ती डिजाइन और डेवलपमेंट के साथ इस प्रोडक्शन को तैयार किया और महत्वपूर्ण मील का पत्थर की तरह कामयाबी हासिल की हैं।"

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने दी बधाई

सार्वजनिक क्षेत्र की एयरोस्पेस और रक्षा कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड जानकारी देते हुए बताया कि परीक्षण के दौरान विमान का संचालन मुख्य परीक्षण पायलट ग्रुप के रिटायर्ड कैप्टन केके वेणुगोपाल कर रहे थे. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने इस सफलता में योगदान देने वाले रक्षा मंत्रालय, भारतीय वायु सेना, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation - DRDO) और संबंधित अन्य निजी फर्मों का आभार व्यक्त किया और कहां कि तेजस एमके1ए को जल्द से जल्द वायुसेना में शामिल होगा देश ऐसी उम्मीद कर सकता हैं।

एचएएल ने बताई Mk1A विमान की विशेषता

जानकरी के अनुसार एचएएल ने विमान की विशेषता के बारे में बताते हुए कहा, "तेजस एमके1ए में उन्नत इलेक्ट्रॉनिक रडार, बेहतर युद्ध और संचार प्रणाली, अतिरिक्त युद्ध लड़ने की क्षमता और बेहतरीन रखरखाव की सुविधाएं मौजूद होंगी." बताया गया है कि एचएएल ने 8 नवंबर 2023 को सीएसआईआर (Council of Scientific & Industrial Research - CSIR) और नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज (NAL) के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (Technology of transfer - ToT) समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।

अधिकारी ने बताया कि इस समझौते का प्रमुख उद्देश्य हल्के लड़ाकू विमान (LCA - Light Combat Aircraft) तेजस एमके1ए  के श्रृंखला उत्पादन के लिए बीएमआई (Body mass index) इंजन बे डोर का निर्माण करना है. यह विमान भारतीय वायु सेना के लिए एक स्वदेशी 4.5 पीढ़ी का हर प्रकार के मौसम में काम करने वाला और अलग-अलग बहुत सी भूमिका वाला लड़ाकू विमान है।

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