कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार (१७ अप्रेल) को सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र में आईएनडीआईए (Indian National Developmental Inclusive Alliance) के कांग्रेस उम्मीदवार इमरान खान मसूद के समर्थन में रोड शो किया।
नई दिल्ली: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार (17 अप्रेल) को सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र में भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन के कांग्रेस उम्मीदवार इमरान खान मसूद के समर्थन में रोड शो किया। यह रोड शो सुबह 10:15 बजे चिलकाना रोड स्थित गोल कोठी से शुरू होकर रायवाला, जेबीएस इंटर कालेज, लकड़ी बाजार, कम्बोह का पुल और रांघड़ों का पुल व कुतुबशेर होते हुए गुरुद्वारा रोड पर आयोजित समारोह में पहुंचकर संपन्न होगा।
बताया गया है कि सहारनपुर सीट के मतदान प्रथम चरण में 19 अप्रैल को किया जाएगा। प्रियंका वाड्रा ने रैली के दौरान भारतीय जनता पार्टी पर बातों का हमला करते हुए कहा कि आज जो सरकार केंद्र में बैठी हैं, वह माता शक्ति और सत्य के उपासक कदाचित नहीं हैं, वह केवल 'सत्ता' के उपासक हैं। वो सत्ता को पाने के लिए किसी भी हद तक गिर जाने के लिए तैयार हैं। ये लोग सत्ता पाने के लिए सरकारें गिरा देंगे, विधायकों को करोडो रूपये देकर या धमकाकर खरीदेंगे, अमीरों को देश की संपत्ति देकर देश को बर्बाद कर देंगे। यह सब हमारे देश की परंपरा में निहित नहीं हैं।
भाजपा 150 से ज्यादा सीट नहीं ले पाएगी - प्रियंका
प्रियंका गांधी ने रैली के दौरान भाषण देते हुए कहां कि भारतीय जनता पार्टी का 'अबकी बार 400 पार' का नारा फेल होने वाला है. प्रियंका ने कहां कि या तो इन्होंने पहले से ही EVM में किसी प्रकार की गड़बड़ी कर रखी तभी इनको मालूम है कि इन्हें 400 के पार सीटे मिलने वाली हैं. यदि देश में निष्पक्ष और ईवीएम में कोई गड़बड़ किए बिना चुनाव हुआ तो मैं दावे के साथ कहती हूं कि भाजपा 400 तो बहुत दूर की बात 150 से ज्यादा सीटें नहीं ले सकती हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भाषण के दौरान कहां था ''मेरे पास जनता के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं हैं. इसलिए किसी को डरने की कोई जरूरत नहीं है। मेरे द्वारा लिए गए निर्णय किसी को डराने और दबाने के लिए नहीं हैं। वे सभी देश के समग्र विकास में योगदान देने के लिए हैं। इस बयान पर पलटवार करते हुए प्रियंका गांधी ने कहां कि उनके नेता जगह-जगह पर जाकर संविधान को बदलने की बात क्यों कह रहे हैं? कोई उनसे पूछे जब संविधान बदलेंगे तो आरक्षण का क्या होगा...सबके वोट देने के अधिकार का क्या होगा? इसका जवाब कौन देंगा। जनता से ये कहना बहुत सरल है कि डरिए मत...और बात हमारे डरने की तो हम तो वैसे भी किसी से नहीं डरते हैं।