मायावती ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर गौतमबुद्ध को नमन करते हुए उनके अनुयायियों को बुद्ध पूर्णिमा की बधाई और शुभकामनाएं दीं। मायावती ने उस दौरान कहां कि गौतमबुद्ध के आदर्शों पर चलकर देश में सामाजिक परिवर्तन लाने का बहुत प्रयास किया जबकि दूसरे लोग राजनीतिक उद्देश्य को सिद्ध करने के लिए ही उनके सामने माथा टेकते हैं।
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सत्य अहिंसा, भाईचारा और मानवता को दुनिया में फैलाकर भारत को जगतगुरु का सम्मान दिलाने वाले गौतमबुद्ध को उनकी जयंती पर साक्षात नमन करते हुए उनके अनुयायियों को बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं दी। गुरुवार (२३ मई) को भाषण देते हुए मायावती ने कहां कि बुद्ध पूर्णिमा जाति-भेद, हिंसक मनोवृत्ति, द्वेष को जीवन से त्यागकर अनुचित रास्ता अपनाने का दिन हैं। मायावती ने कहां कि बसपा ने गौतमबुद्ध के आदर्शों पर चलकर उत्तर प्रदेश में चार बार अपनी सरकार बनाई और उसे 'सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय' के आधार पर चलाई भी थी। उनके आदर्शों पर चलकर सामाजिक परिवर्तन लाने का बहुत प्रयास किया हैं।
राजनीतिक स्वार्थ के लिए माथा टेकना गलत
Subkuz.com ने बताया कि मयावती ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भाषण देते हुए कहां, महान संतों, गुरुओं और महापुरुषों को नमन करना और उनके आगे माथ टेकना आचरण की बात है, लेकिन इसका इस्तेमाल राजनीतिक स्वार्थ को सिद्ध करने के लिए किए जाने का प्रचलन उचित नहीं है। ऐसे दिखावटी और नुमाइशी हरकतों से लोगों का कभी भी भला नहीं होगा। इसीलिए सभी प्रकार के द्वेष और संकीर्णता को त्यागकर गौतमबुद्ध के आदर्शो पर चलकर समाज हित के साथ देश का भला करने का भी प्रयास करना चाहिए।