महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों की तैयारियाँ तेज़ी से चल रही हैं। सभी राजनीतिक पार्टियाँ अब से ही अपनी रणनीतियाँ बनाने में जुट गई हैं। इस बीच, चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की और चुनाव को लेकर एक महत्वपूर्ण अपडेट प्रदान किया है।
Maharashtra: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी योजनाएँ बनाना शुरू कर चुके हैं। इस बीच, चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की है और इस संबंध में एक महत्वपूर्ण अपडेट साझा किया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले, हम ने राजनीतिक दलों, अधिकारियों और अन्य सभी हितधारकों के साथ बातचीत की है और उनकी आवश्यकताओं को समझा है।
दिवाली के बाद होंगे चुनाव
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले हमने राजनीतिक दलों और अधिकारियों सहित सभी हितधारकों के साथ बातचीत की। उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न पार्टियों ने दिवाली जैसे त्योहारों को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा करने का अनुरोध किया है। सीईसी ने आगे कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि महाराष्ट्र लोकतंत्र के इस महोत्सव में अहम भूमिका निभाएगा।"
फर्जी खबरों पर होगी सख्त कार्रवाई
राजीव कुमार ने चुनावी तैयारियों की समीक्षा बैठक के दौरान महाराष्ट्र के जिलों के पुलिस अधीक्षकों से लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान चुनावी अपराधों से संबंधित एफआईआर की स्थिति की जानकारी मांगी है। सूत्रों के अनुसार, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने एसपी को कार्मिक, ईवीएम और सोशल मीडिया से संबंधित सभी मामलों की गहन समीक्षा करने का निर्देश दिया।
सीईसी ने यह स्पष्ट कहा कि सोशल मीडिया पर फैल रही फर्जी खबरों पर त्वरित प्रतिक्रिया और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। सूत्रों ने बताया कि राज्य पुलिस के नोडल अधिकारियों को इन मामलों को शीघ्रता से निपटाने के लिए निर्देशित किया गया है और जांच में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतने के लिए कहा गया है।
चुनाव अधिकारियों को दिया निर्देश
समीक्षा बैठक के दौरान, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सभी जिला चुनाव अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को मतदान केंद्रों पर न्यूनतम सुविधाओं और मतदाता कतारों का सही तरीके से प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। मुख्य चुनाव आयुक्त ने जिला चुनाव अधिकारियों को सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा करने, कतार में खड़े मतदाताओं के लिए बेंच लगाने, पीने का पानी मुहैया कराने और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पार्किंग की व्यवस्था करने के लिए व्यक्तिगत रूप से मतदान केंद्रों का दौरा करने का आदेश दिया।