Maharashtra News: महाराष्ट्र में हार के बाद MVA पर छाया संकट, गठबंधन छोड़ने के मूड में सपा नेता

Maharashtra News: महाराष्ट्र में हार के बाद MVA पर छाया संकट, गठबंधन छोड़ने के मूड में सपा नेता
अंतिम अपडेट: 07-12-2024

क्या महाविकास अघाड़ी से सपा ने अलविदा लेने का फैसला कर लिया है? चुनावों के बाद ऐसा क्या हुआ, जिससे रईस शेख और अबू आजमी नाराज दिखाई दे रहे हैं?

Maharashtra: समाजवादी पार्टी (सपा) शिवसेना-यूबीटी के वरिष्ठ नेता मिलिंद नार्वेकर के बाबरी विध्वंस से जुड़े बयान से नाराज है। मिलिंद नार्वेकर ने बाबरी मस्जिद के शहादत दिवस पर एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने इस घटना पर अभिमान जताया था। इस ट्वीट के बाद सपा के भीतर नाराजगी का माहौल बना हुआ है। सपा नेता रईस शेख ने स्पष्ट कहा कि पार्टी महाविकास अघाड़ी से बाहर निकलने पर विचार कर रही है।

रईस शेख का कहना था, "हम महाविकास आघाड़ी से नाराज हैं। हम बाहर निकलने पर विचार करेंगे और यह फैसला वरिष्ठ नेता करेंगे।"

सपा नेताओं की नाराजगी की वजह

सपा नेताओं की नाराजगी की मुख्य वजह शिवसेना-यूबीटी के नेताओं द्वारा कट्टर हिंदुत्व के समर्थन की ओर बढ़ना है। रईस शेख ने मीडिया से बातचीत में कहा, "6 दिसंबर को मिलिंद नार्वेकर ने ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने बाबरी मस्जिद की शहादत पर अभिमान जताया। हम शिवसेना-यूबीटी को याद दिलाना चाहते हैं कि आपके इतने सांसद और विधायक हमारे समर्थन से जीते हैं, लेकिन अगर आप कट्टर हिंदुत्व की राह पर चलेंगे तो हमें विचार करना होगा।"

सपा नेताओं की प्रतक्रिया 

रईस शेख ने यह भी कहा कि अगर शिवसेना-यूबीटी का रुख इसी तरह कट्टर हिंदुत्व की ओर रहेगा, तो सपा के लिए महाविकास अघाड़ी में बने रहना मुश्किल हो जाएगा। "हम नहीं कह सकते कि क्या होगा, लेकिन अगर शिवसेना-यूबीटी कट्टर हिंदूवादी रहेंगे, तो हमें अखिलेश यादव जी से बात करनी होगी।"

सपा का कहना है कि जब महाविकास अघाड़ी गठित हुआ था, तब उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व की एक व्यापक परिभाषा दी थी, जिसमें सभी धर्मों का सम्मान किया जाता था। अब इस तरह के ट्वीट के बाद पार्टी को यह चिंता हो रही है कि शिवसेना के नेता हिंदुत्व की कट्टर विचारधारा की ओर बढ़ रहे हैं।

अबू आजमी ने भी जताई नाराजगी

सपा के वरिष्ठ नेता अबू आजमी ने भी उद्धव गुट के रुख पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा, "हम समाजवादी पार्टी हैं और हम धर्मनिरपेक्षता पर विश्वास करते हैं। उद्धव जी के नेता कहते हैं कि बाबरी गिराने वालों को बधाई दी जानी चाहिए, जो हमारे सिद्धांतों के खिलाफ है।"

आजमी ने यह भी कहा कि "सपा महाविकास अघाड़ी में नहीं रहना चाहती।" उन्होंने कांग्रेस और शरद पवार से यह सवाल किया कि अगर शिवसेना हिंदुत्व के मुद्दे पर अड़े रहे, तो वे इस गठबंधन में क्यों बने रहें?

महाविकास अघाड़ी के भविष्य पर सवाल

अबू आजमी ने महाविकास अघाड़ी को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, "हमने कभी सपा को गठबंधन में शामिल करने के लिए बुलाया नहीं गया। सीटों के बंटवारे में गड़बड़ी की गई, जो हमें स्वीकार नहीं है।" उनका कहना था कि सपा का काम सत्ता पर नहीं, बल्कि अपनी विचारधारा पर है और यदि यह गठबंधन उनके सिद्धांतों से मेल नहीं खाता है, तो पार्टी को महाविकास अघाड़ी में नहीं रहना चाहिए।

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