कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में बीजेपी ने संविधान, संवैधानिक संस्थाओं और लोकतंत्र को कमजोर करने की लगातार कोशिश की है और विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए कदम उठाए हैं।
Mallikarjun Kharge Attack On BJP: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद दिल्ली में रामलीला मैदान में आयोजित एक बड़े विरोध प्रदर्शन में बीजेपी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों से बीजेपी ने लगातार संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की है, और विपक्ष की आवाज़ को दबाने के प्रयास किए हैं। खरगे ने इस बात पर भी जोर दिया कि कांग्रेस को एकजुट होकर संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करनी होगी, और इसके लिए सभी विपक्षी दलों को एकजुट होने की आवश्यकता है।
खरगे का भाजपा पर निशाना
खरगे ने ताजमहल और लाल किले को लेकर बीजेपी के नेताओं द्वारा किए गए विवादित बयानों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सवाल किया, "अगर ताजमहल और लाल किला मुसलमानों द्वारा बनाए गए थे, तो क्या इन्हें तोड़ दिया जाएगा?" उनका यह बयान बीजेपी के उन नेताओं के खिलाफ था, जो लगातार धार्मिक स्थलों को लेकर विवाद खड़ा कर रहे हैं, जैसे कि मोहन भागवत का बयान कि हर मस्जिद में शिवालय की खोज नहीं की जानी चाहिए।
बीजेपी पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी ने पिछले 11 वर्षों में संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने के अलावा मीडिया पर पाबंदियां भी लगाई हैं, और पत्रकारों को जेल में डालने जैसे कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता खुलेआम संविधान बदलने की बात करते हैं और 400 सीटों की मांग करते हैं, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है।
कांग्रेस के मुद्दे और पार्टी की प्रतिबद्धता
खरगे ने यह भी बताया कि कांग्रेस पार्टी देश के नौजवानों, मजदूरों, कमजोर वर्गों और किसानों के मुद्दों पर लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी की प्राथमिकता वक्फ बोर्ड में हस्तक्षेप, प्राइवेटाइजेशन पर रोक, आरक्षण, किसानों की एमएसपी गारंटी, आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन के अधिकारों की रक्षा और चुनाव प्रक्रिया को साफ-सुथरा बनाए रखना है।
खरगे ने हिंदू होने पर भी दिया बयान
अपने धर्म के बारे में बोलते हुए, मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "मैं भी हिंदू हूं, मेरा नाम मलिकार्जुन है," और यह स्पष्ट किया कि वे सेक्युलर होने के कारण संविधान की रक्षा के लिए सभी को एकजुट होने की आवश्यकता समझते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने वक्फ बिल का विरोध किया था और किसी भी सूरत में देश को तोड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी।