Manipur Crime News: मणिपुर में हिंसा से हालात हुए बेकाबू, प्रदर्शन के चलते अबतक 12 लोगों की मोत: प्रशासन ने 3 जिलों में कर्फ्यू और 5 में इंटरनेट पर लगाई

Manipur Crime News: मणिपुर में हिंसा से हालात हुए बेकाबू, प्रदर्शन के चलते अबतक 12 लोगों की मोत: प्रशासन ने 3 जिलों में कर्फ्यू और 5 में इंटरनेट पर लगाई
Last Updated: 11 सितंबर 2024

मणिपुर में हिंसा का दौर अभी भी जारी है, और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पिछले हफ्ते हुई हिंसा में 12 लोगों की मौत के बाद राज्य में तनाव और बढ़ गया है। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने मणिपुर के तीन जिलों में कर्फ्यू लागू कर दिया है और पांच जिलों में इंटरनेट सेवा को अगले पांच दिनों के लिए निलंबित कर दिया हैं।

इंफाल: मणिपुर में हिंसा और अशांति का सिलसिला जारी है, जिससे स्थिति की गंभीरता और बढ़ गई है। हाल ही में हुई हिंसा में 12 लोगों की मौत के बाद राज्य में तनाव और अधिक बढ़ गया है। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने मणिपुर के तीन जिलों में कर्फ्यू लागू कर दिया है और पांच जिलों में इंटरनेट सेवा को अगले पांच दिनों के लिए निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने अशांति की स्थिति को देखते हुए राज्य के सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी कॉलेजों को 12 सितंबर तक बंद रखने का आदेश दिया हैं।

सीआरपीएफ के दो हजार जवान होंगे तैनात - गृह मंत्रालय

मणिपुर में बढ़ती हिंसा और छात्रों के विरोध प्रदर्शनों के बीच स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ की दो बटालियन को तैनात करने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत लगभग 2,000 सीआरपीएफ जवान मणिपुर में भेजे जाएंगे। इन जवानों की तैनाती आदिवासी बहुल चुराचांदपुर और कांगपोकपी जिलों में की जाएगी। सीआरपीएफ की ये बटालियन तेलंगाना और झारखंड से मणिपुर भेजी जाएंगी। इस कदम से हिंसा की स्थिति को नियंत्रित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही हैं।

जानकारी के मुताबिक मणिपुर में पहले से ही सीआरपीएफ, सीमा सुरक्षा बल (BSF), सेना, असम राइफल्स, और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के 60,000 से अधिक जवान तैनात हैं। इसके बावजूद, हिंसा और अशांति की स्थिति को नियंत्रित करने में कठिनाइयाँ आ रही हैं।

छात्रों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए इन जिलों में इंटरनेट पर लगी रोक

मणिपुर में मंगलवार को कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए एक हजार से अधिक छात्रों ने इंफाल में विरोध प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनों को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे और हवाई फायरिंग की। यह स्थिति सुरक्षा और शांति व्यवस्था को बनाए रखने में सरकार और प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण बनाती है। गृह आयुक्त एन. अशोक कुमार के अनुसार, मणिपुर के पांच जिलों इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग में 15 सितंबर तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी। इस अवधि के दौरान, इन जिलों में लीज लाइन, वीएसएटीएस, ब्रॉडबैंड और वीपीएन सेवाओं समेत सभी इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। यह कदम हिंसा और अशांति को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया हैं।

जिरीबाम जिले में हुई अधिक मौत

मणिपुर में एक सितंबर से हिंसा की स्थिति में फिर से वृद्धि देखी गई, जिसके परिणामस्वरूप दो महिलाओं, बुजुर्गों और एक सेवानिवृत्त सैनिक समेत 12 लोगों की मौत हो गई। इस हिंसा में 20 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं। इन 12 मौतों में से छह मौतें दक्षिणी असम से सटे जिरीबाम जिले में हुई हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने कर्फ्यू और इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदियों जैसे सख्त कदम उठाए हैं।

 

 

 

 

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