नालासोपारा में रहने वाला एक 18 साल का छात्र ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान साइबर फ्रॉड का शिकार हो गया. इस घटना में उसने की अपने बैंक अकाउंट से 2 लाख रुपये गंवा दिए। जिसके बाद टेंशन में आकर किशोर आत्महत्या कर ली।
मुंबई: नालासोपारा में रहने वाले एक 18 वर्षीय छात्र के साथ ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान साइबर फ्रॉड ने अकाउंट से 2 लाख रुपये की ठगी कर ली। जिसके कर युवक टेंशन में आ गया और मौत को अपने गले लगा लिया। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची मुंबई पुलिस ने Subkuz.com को बताया कि युवक अपनी माता के मोबाइल फोन पर ऑनलाइन सुपर गेम खेल रहा था, उसी दौरान उसने मोबाइल पर आए एक मैसेज लिंक पर चेक करने के लिए क्लिक कर दिया। जिसके तुरंत बाद उसकी माता जी के खाते से 2.12 लाख रुपये कट (डेबिट) गए।
टेंशन में की आत्महत्या
जानकारी के मुताबिक गेम खेलते समय बैंक खाते से 2 लाख रुपये कटने का मेसेज देखकर किशोर काफी ज्यादा घबरा गया। उसको रुपयों को लेकर टेंशन होने लगी और उसने घबराहट में आकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने जानकारी के आधार पर बताया कि किशोर ने टेंशन में आकर पेस्टिसाइड्स (कीटनाशक) की दवाई पी ली, जैसे ही उसने कीटनाशक को पिया तो उसकी स्थिति काफी ज्यादा गंभीर हो गई। उसको ऐसी हालत में देखकर उसकी मां तुरंत उसे अस्पताल लेकर पहुंची। अस्पताल पहंचने के बाद इलाज के दौरान किशोर डैम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया की छानबीन के दौरान मामले से संबंधित कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ हैं।
लिंक पर क्लिक करते ही उड़े पैसे
पुलिस ने बताया कि मृतक युवक की पहचान नालासोपारा के धानीव बाग में ओम जेडीएस कॉलोनी के रहने वाले गौरव कुमार रॉय के रूप में हुई है। रॉय अपने माता-पिता और एक 15 वर्षीय भाई के साथ जन्म से ही रहता था। वह एक प्रायवेट स्कूल में 11वीं कक्षा का छात्र था। पुलिस ने बताया कि वह घर पर अपनी मां के फोन पर एक गेम खेल रहा था और उसी दौरान वह साइबर फ्रॉड के हाथों लूट गया।
एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि गौरव जब मोबाइल पर गेम खेल रहा था तो उसी समय मोबाइल पर एक ऑनलाइन पेज ओपन हुआ जिसपर उसने जल्द बाजी में आकर चेक करने के लिए क्लिक कर दिया। उसके बाद उसके मोबाइल पर एक ओटीपी नंबर आया। उसने बड़ी गलती करते हुए वह ओटीपी उस पेज के ऑप्शन पर एंटर कर दिया। जिसके बाद कुछ पल में ही उसकी मां के खाते से 2.12 लाख रुपये कट गए।"
साइबर पुलिस ने मामले के बारे में समझाया कि लिंक पर ओटीपी नंबर आने के बाद गलती से उन OTP को डालने के बाद मोबाइल फोन को मिरर (डिटेल सांझा) किया गया और उस मोबाइल फोन को तुरंत हैक कर लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि जालसाज ने मोबाइल को हैक करके नंबर की पूरी डिटेल निकाल और बैंक से जुड़े फोन से 2.12 लाख रुपये लूट लिए। पुलिस ने एडीआर (अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट) के तहत मामला दर्ज करके आगे की तहकीकात शुरू कर दी हैं।