National News: पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने किया कांग्रेस और उमर अब्दुल्ला की JKNC का सपोर्ट, गुस्से में अमित शाह ने कहा - 'न 370 आएगा और न आतंकवाद'

National News: पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने किया कांग्रेस और उमर अब्दुल्ला की JKNC का सपोर्ट, गुस्से में अमित शाह ने कहा - 'न 370 आएगा और न आतंकवाद'
Last Updated: 19 सितंबर 2024

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के दौरान पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कांग्रेस और उमर अब्दुल्ला की जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (JKNC) का समर्थन किया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप अस्वीकार्य हैं।

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ द्वारा कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (JKNC) का समर्थन देने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि अगर कांग्रेस और JKNC सत्ता में आती हैं, तो कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली संभव हो सकती है। इस बयान पर अमित शाह ने कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का बयान भारतीय आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप का प्रयास है और यह भारत के लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर सवाल उठाता है। अमित शाह ने कांग्रेस और JKNC पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि ये दल पाकिस्तान के समर्थन को लेकर खुश हैं और उनकी कथनी और करनी में फर्क साफ नजर आता हैं।

शाह ने दोनों दलों को चुनौती दी है कि वे अपने इस रुख को स्पष्ट करें और बताएं कि वे पाकिस्तान की इस टिप्पणी को कैसे देखते हैं। उन्होंने कहा कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र है और कोई भी विदेशी ताकत भारतीय राजनीति पर प्रभाव नहीं डाल सकती। केंद्रीय गृह मंत्री ने भारतीय जनता को विश्वास दिलाया कि केंद्र सरकार किसी भी तरह के बाहरी दबाव को स्वीकार नहीं करेगी और भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करेगी।

पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने दिया बयान

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में बयान दिया कि यदि कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (JKNC) सत्ता में आती हैं, तो अनुच्छेद 370 की वापसी संभव हो सकती है। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि ये दोनों दल सत्ता में आने पर अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल कर सकते हैं। उनके इस बयान ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के दौरान एक नई राजनीतिक बहस को जन्म दे दिया है। ख्वाजा आसिफ का यह बयान भारत के आंतरिक राजनीतिक मामलों में पाकिस्तान के हस्तक्षेप के रूप में देखा जा रहा है और भारतीय नेताओं की ओर से इसे गंभीरता से लिया गया है। इस टिप्पणी ने केंद्र सरकार और भारतीय राजनीतिक दलों की ओर से पाकिस्तान के इस बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तीखी प्रतिक्रियाएँ दी हैं।

अमित शाह ने ख्वाजा आसिफ के बयान को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के रूप में देखा और कांग्रेस तथा JKNC पर भी हमला किया, यह आरोप लगाते हुए कि ये दल पाकिस्तान के समर्थन को लेकर खुश हैं। इस स्थिति में, कांग्रेस और JKNC को अपने रुख पर स्पष्टता प्रदान करने की चुनौती दी गई है और यह भी सवाल उठाया गया है कि क्या वे पाकिस्तान की इस टिप्पणी को स्वीकार करते हैं या इसका विरोध करते हैं।

अमित शाह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा

गृह मंत्री अमित शाह ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट करते हुए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ख्वाजा आसिफ का बयान, जिसमें उन्होंने कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (JKNC) के समर्थन की बात की है, ने एक बार फिर कांग्रेस की असली चेहरे को उजागर कर दिया है। अमित शाह ने यह भी आरोप लगाया कि इस बयान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे और एजेंडा एक जैसे हैं।

अमित शाह ने आगे कहा कि राहुल गांधी पिछले कुछ वर्षों से भारत विरोधी ताकतों के साथ खड़े होकर देशवासियों की भावनाओं को आहत कर रहे हैं। यह टिप्पणी कांग्रेस पर दबाव बनाने और पाकिस्तान के साथ कथित संबंधों के लिए उसकी आलोचना करने के लिए की गई है। इस प्रकार, अमित शाह ने कांग्रेस और JKNC को पाकिस्तान के समर्थन के मामले में घेरने की कोशिश की है, जिससे जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में राजनीतिक स्थिति और भी उथल-पुथल में गई हैं।

अमित शाह ने कहा - ' 370 आएगा और आतंकवाद'

गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चाहे एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगना हो, या भारतीय सेना के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां करनी हों, कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान के सुर हमेशा एक रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का हाथ हमेशा देशविरोधी ताकतों के साथ रहा हैं।

अमित शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान यह भूल जाते हैं कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार है। इसीलिए, कश्मीर में तो अनुच्छेद 370 वापस आएगा और ही आतंकवाद की समस्या का समाधान होगा। उनके इस बयान ने कांग्रेस और पाकिस्तान के बीच कथित सहयोग और संबंधों पर दबाव डाला है, साथ ही यह भी दिखाया है कि मोदी सरकार कश्मीर मुद्दे को लेकर किसी भी तरह की कमजोरी दिखाने को तैयार नहीं हैं।

 

Leave a comment