ओडिशा की प्राचीन राजधानी कटक लोकसभा क्षेत्र के खंडपड़ा प्रखंड में फ्लोराइड युक्त पानी की गंभीर समस्या बनी हुई है। फ्लोराइड युक्त पानी पीने से कई लोग किडनी की बीमार से जूझ रहे हैं।
Bhubaneswar News: ओडिशा की प्राचीन राजधानी तथा सांस्कृतिक नगरी कटक लोकसभा एवं खंडपड़ा विधानसभा क्षेत्र के खंडपड़ा प्रखंड में फ्लोराइड युक्त पानी की गंभीर समस्या बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार, फ्लोराइड युक्त पानी पीने से कई लोग आज भी किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं। वहीं पिछले एक साल में लगभग 50 से अधिक लोग जान गंवा बैठे हैं और कई परिवार इस समस्या से परेशान होकर गांव छोड़ने को मजबूर हो गए हैं।
किडनी की बीमारी से जूझ रहे ग्रामीण
subkuz.com को मिली जानकारी के अनुसार, इस क्षेत्र में फ्लोराइड युक्त पानी की समस्या काफी समय से बनी हुई है। नयागढ़ जिले के खंडपड़ा विधानसभा क्षेत्र के सिद्धमुला पंचायत के घोड़ामारी गांव में आज 75 से अधिक परिवार यहां निवास करता है, इसमें से अधिकतर परिवार बीमारी से परेशान है। बताया जा रहा है कि सभी ग्रामीण किडनी से संबंधित बीमारी से ग्रसित हो चुके हैं।
गांव में पेयजल साधन
ग्रामीणों ने subkuz.com टीम को बताया कि गांव में लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए तीन सरकारी ट्यूबेल लगाई गई हैं। इसमें से एक वर्तमान समय में बंद पड़ी है जबकि अन्य दो काम कर रहे हैं। हालांकि, इस ट्यूबेल से जो पानी निकलता है वह पीने योग्य नहीं है। यह आयरन युक्त फ्लोराइड पानी है। इस अयोग्य पानी को पिने से अधिकतर लोगो ने जान गवां दी है कई लोग अभी भी बीमारी से जूझ रहे हैं। गांव के कुछ अमीर लोग तो पीने का पानी शहर से खरीद रहे हैं और इसे पी रहे हैं। लेकिन गांव के गरीब लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए परेशान हैं।
खरीदकर पीते हैं पानी
गांव के लोगों ने बताया कि बोरवेल का पानी पीने से किडनी को नुकसान पहुंच रहा है। इसलिए हमें बाजार से पानी खरीदकर पीना पड़ता है। हमारे रिश्तेदार भी घर नहीं आते। यदि कोई आता भी है तो हमारे घर का पानी नहीं पीता। इस क्षेत्र में लोग अपनी लड़की का रिश्ता करने से मना कर रहे हैं।
जिंदगी और मौत से जूझ रहे लोग
गांव के सुदर्शन दास ने subkuz.com को बताया कि फ्लोराइड युक्त पानी पीने से गांव में एक वर्ष में करीब 50 से 60 लोगों की मौत हो चुकी है। अब गांव के बहुत सारे लोग किडनी की बीमारी से संक्रमित हो गए हैं। सुदर्शन ने बताया कि अब सभी युवकों को किडनी की बीमारी हो गई है। ग्रामीणों ने बार-बार राजनेताओं और सिविल सेवकों से इस बारे में शिकायत की है।
आगे उन्होंने बताया कि नेता हमारी शिकायत तो सुनते हैं लेकिन, वह कोई समाधान नहीं करते हैं। इस कारण ग्रामीण जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं और अपनी जान गंवा रहे हैं। बताया कि पेयजल की समस्या को लेकर खंडपड़ा के VDO अधिकारी से संपर्क किया गया। हालांकि, उन्होंने इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।