खेलो इंडिया: पटियाला के पोपली ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर मचाई धूम, अपने शिष्यों का किया मार्गदर्शक

खेलो इंडिया: पटियाला के पोपली ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर मचाई धूम, अपने शिष्यों का किया मार्गदर्शक
Last Updated: 17 मार्च 2024

खेलो इंडिया: पटियाला के पोपली ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर मचाई धूम, अपने शिष्यों का किया मार्गदर्शक 

पायस जैन ने वर्ष 2021 पुर्तगाल में विश्व यंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था. उसके बाद 2022 में एशियाई जूनियर और कैडेट टेबल टेनिस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। बताया कि उन्होंने मिक्स्ड डबल्स वर्ग में भी स्वर्ण पदक और टीम स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया है. पायस जैन की सफलताओं के पीछे पारस पोपली की कोचिंग का अहम रोल रहा हैं।

पटियाला: देश में टेबल टेनिस खिलाड़ियों के बीच सबसे प्रसिद्ध खेल है और इसके मुकाम को हासिल करने के लिए अच्छे कोच की जरुरत होती है. भारतीय टेबल टेनिस के बेहतरीन कोच पारस पोपली ने अपनी कोचिंग से एक नया मुकाम स्थापित किया है. उन्होंने अपने शिष्यों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उतारने में बहुत मदद की हैं।

पारस पोपली का कैसा रहा सफर

जानकारी के अनुसार पारस पोपली का जन्म पंजाब के पटियाला में हुआ था. उन्हें बचपन से ही टेबल टेनिस खेलने अच्छा लगता था. उन्होंने नेताजी सुभाष चंद  राष्ट्रीय खेल संस्थान से अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की और उन्होंने खेल के दौरान कई बार पंजाब और राजस्थान की टीम का प्रतिनिधित्व भी किया हैं।

पारस पोपली ने Subkuz.com को बताया कि पिछले 5 वर्षों से इक कोचिंग में टेबल टेनिस कोच के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे है. उनकी कोचिंग में सबसे बड़ी सफलता उनके शिष्य पायस कुमार जैन ने विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों में सफलता हासिल करके कोचिंग और अपने परिवार का नाम रोशन किया हैं।

पायस जैन और अग्निव भास्कर के जीवन की सफलता

जानकारी के अनुसार पायस जैन ने पुर्तगाल में विश्व यंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक, एशियाई जूनियर और कैडेट टेबल टेनिस चैंपियनशिप तथा मिक्स्ड डबल्स में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है. पायस जैन की सफलता के पीछे अहम रोल पारस पोपली की कोचिंग का हाथ है. उन्होंने पोपली के मार्गदर्शक में अंतरराष्ट्रीय मंच पर सफलता हासिल कर देश का मान बढ़ाया हैं।

जानकारी के अनुसार पारस पोपली के शिष्य अग्निव कुमार भास्कर ने २०२३ में गोवा में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में कांस्य पदक और विश्व टेबल टेनिस में भी उनके शिष्य समरथ कुमार सिंह ने अंडर 19 में कांस्य पदक जीतकर अपना मुकाम हासिल किया। पारस पोपली की कोचिंग से भारतीय टेबल टेनिस को एक नया कीर्ति मान दिया है. पोपली के लिए बहुत गर्व की बात है कि उनकी कोचिंग से  खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए उतारा जाएगा।

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