प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के जमुई पहुंचे, जहां उन्होंने महान स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित समारोह में भाग लिया। इसके बाद, वे जनजातीय गौरव दिवस मनाने के लिए खैरा प्रखंड के बल्लोपुर जाएंगे। यह उनका बिहार का दूसरा दौरा है, इससे पहले उन्होंने दरभंगा में एम्स का शिलान्यास किया था।
जमुई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जमुई में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने 6600 करोड़ रुपये की परियोजना का शिलान्यास किया और 150 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बिरसा मुंडा के परिवार के सदस्य बुधरा मुंडा को सम्मानित करते हुए उन्हें सॉल ओढ़ाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश को द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने का अवसर मिला, जो एक ऐतिहासिक कदम था। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने वह काम किया है जिसे पहले कोई नहीं पूछता था। मोदी ने यह स्पष्ट किया कि आज की NDA सरकार का मानक सामाजिक न्याय और संस्कृति के मामलों में कुछ अलग हैं।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर बोला हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक बयान में कहा कि आजादी के बाद के दशकों में आदिवासी इतिहास और उनके महत्वपूर्ण योगदान को मिटाने की कोशिशें की गईं। उनका मानना है कि इसके पीछे स्वार्थपूर्ण राजनीति का हाथ था, जिसका उद्देश्य यह था कि भारत की स्वतंत्रता के लिए केवल एक ही राजनीतिक दल को श्रेय दिया जाए। पीएम मोदी ने सवाल उठाया कि अगर एक ही परिवार या दल ने भारत की आजादी दिलाई है, तो फिर भगवान बिरसा मुंडा का उलगुलान आंदोलन, संथाल क्रांति और कोल क्रांति क्यों हुई थी?
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि आज धरती आबा बिरसा मुंडा के समर्पण और बलिदान को याद करते हुए, विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है। इन परियोजनाओं में आदिवासी समुदाय के लिए 6,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश से कई योजनाओं को लागू किया गया है। इसमें 1.5 लाख पक्के घरों के स्वीकृति पत्र, आदिवासी बच्चों के लिए स्कूल और हॉस्टल, आदिवासी महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सेवाएं और आदिवासी क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण शामिल हैं।
भाजपा सरकार में आदिवासी जनजातियों का हुआ विकास- मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अति पिछड़ी आदिवासी जनजातियों के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने इन समुदायों के जीवन को सुधारने के लिए कोई गंभीर कदम नहीं उठाए थे। इनकी समस्याओं को हल करने और जीवन को आसान बनाने के लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना शुरू की गई थी, जिसके तहत 24,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इस योजना का उद्देश्य देश की सबसे पिछड़ी जनजातियों की बस्तियों का समग्र विकास करना है। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि इस योजना के तहत अति पिछड़ी जनजातियों को हजारों पक्के घर दिए गए हैं, और उनकी बस्तियों को सड़क नेटवर्क से जोड़ने के लिए सैकड़ों किमी सड़कों पर काम जारी हैं।
प्रधानमंत्री ने आदिवासी समुदाय में सिकल सेल एनीमिया जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने इस बीमारी से निपटने के लिए एक राष्ट्रीय अभियान शुरू किया है। यह अभियान एक साल पहले शुरू हुआ था और इस दौरान करीब 4.5 करोड़ आदिवासी लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। इसके अलावा, आदिवासी परिवारों को स्वास्थ्य सेवाएं नजदीकी स्थानों पर उपलब्ध कराने के लिए आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें अन्य बीमारियों की जांच के लिए दूर न जाना पड़े।
समारोह में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम, गिरिराज सिंह, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, और मंत्री जनक राम जैसे प्रमुख नेता भी मौजूद थे।