PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मॉरिशस दौरा; द्विपक्षीय संबंधों को नया आयाम

🎧 Listen in Audio
0:00

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे के तहत मॉरिशस पहुंच चुके हैं, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। मॉरिशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम सहित उनकी पूरी कैबिनेट और वरिष्ठ अधिकारी इस ऐतिहासिक यात्रा के साक्षी बने।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे के लिए मॉरिशस पहुंच चुके हैं, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। एयरपोर्ट पर मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ समेत उनकी पूरी कैबिनेट ने पीएम मोदी का अभिनंदन किया। इस दौरे के दौरान पीएम मोदी मॉरिशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होंगे, जो दोनों देशों के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करेगा। 

इसके अलावा, भारत और मॉरिशस के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है, जिससे द्विपक्षीय सहयोग को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। भारत हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी रणनीतिक पकड़ को और मजबूत करना चाहता है, और इस यात्रा को उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा हैं।

राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी मॉरिशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। इस मौके पर भारतीय नौसेना का एक जहाज और भारतीय सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी भी विशेष रूप से भाग लेगी। यह भारत और मॉरिशस के बीच गहरे रक्षा सहयोग को दर्शाता है। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना हैं।

भारत लंबे समय से मॉरिशस के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, और इस दौरे से आर्थिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग को और अधिक विस्तार मिलने की उम्मीद है। मॉरिशस में बुनियादी ढांचे, डिजिटल परिवर्तन और समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भारत की सक्रिय भागीदारी देखने को मिल सकती हैं।

मॉरिशस: 'मिनी इंडिया' की पहचान

मॉरिशस को 'मिनी इंडिया' के रूप में पहचाना जाता है, क्योंकि वहां की अधिकांश आबादी भारतीय मूल की है। भारतीय संस्कृति, परंपरा और भाषा का गहरा प्रभाव यहां देखने को मिलता है। यही कारण है कि भारत और मॉरिशस के रिश्ते सिर्फ कूटनीतिक ही नहीं, बल्कि ऐतिहासिक और भावनात्मक रूप से भी जुड़े हुए हैं।

मॉरिशस हिंद महासागर में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार है। चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच, भारत इस क्षेत्र में अपनी स्थिति को और मजबूत करना चाहता है। समुद्री सुरक्षा, व्यापार मार्गों की सुरक्षा और रक्षा सहयोग इस दौरे के प्रमुख एजेंडे में शामिल हैं।

Leave a comment