Prashant Kishor: पुलिस के थप्पड़ पर प्रशांत किशोर का बयान, जेल जाने के बाद क्या होगी उनकी अगली रणनीति?

Prashant Kishor: पुलिस के थप्पड़ पर प्रशांत किशोर का बयान, जेल जाने के बाद क्या होगी उनकी अगली रणनीति?
Last Updated: 1 दिन पहले

प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों को गांधी मैदान से गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें जमानत मिल गई, लेकिन बेल बॉंड भरने से इनकार करते हुए उन्होंने जेल जाने का फैसला लिया और अनशन जारी रखने की बात कही।

Prashant Kishor: जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर और उनके समर्थक गांधी मैदान में अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से धरना दे रहे थे। प्रशासन ने उन्हें जगह खाली करने के लिए नोटिस दिया, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया। इस पर गांधी मैदान थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई, और सोमवार तड़के पुलिस ने उन्हें और उनके समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया।

जमानत के बावजूद जेल जाने का निर्णय

गिरफ्तारी के बाद, प्रशांत किशोर को अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें जमानत मिल गई। हालांकि, उन्होंने बेल बॉन्ड भरने से इनकार किया और जेल जाने का निर्णय लिया। मीडिया से बात करते हुए, पीके ने स्पष्ट किया कि वह किसी भी हालत में नहीं रुकेंगे और जेल में भी अपना अनशन जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि "अगर हम रुक गए तो सरकार का मन बढ़ जाएगा, इसलिए बेल भी नहीं लेंगे और अनशन भी जारी रखेंगे।"

पुलिस के 'थप्पड़' पर प्रशांत किशोर की सफाई

प्रशांत किशोर ने पुलिस द्वारा थप्पड़ मारे जाने की खबरों पर अपनी सफाई दी। उन्होंने बताया कि धरने के दौरान एक समर्थक ने उन्हें पकड़ रखा था, और इसी दौरान पुलिस के साथ बहस के बीच पुलिस कर्मी ने समर्थक को हटाने के लिए हाथ चलाया था, लेकिन उन्होंने यह साफ किया कि उन्हें थप्पड़ नहीं मारा गया। पीके ने कहा कि पुलिस से उनकी कोई लड़ाई नहीं है और उन्हें एम्स ले जाया गया, जहां उन्हें रखने से इनकार कर दिया गया।

पुलिस की घुमावदार कार्रवाई 

प्रशांत किशोर ने बताया कि पुलिस ने सुबह 5 बजे से लेकर 11 बजे तक उनका व्यवहार खराब किया, उन्हें एम्बुलेंस में बैठाकर इधर-उधर घुमाया गया, और यह बताया गया कि भीड़ को कंट्रोल करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। अंततः उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। यहां बड़ी संख्या में उनके समर्थक डटे रहे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

गिरफ्तारी के बाद पटना में तनावपूर्ण माहौल

किशोर की गिरफ्तारी के बाद पटना का माहौल गरम हो गया था। पुलिस ने उन्हें और उनके समर्थकों को अलग-अलग पुलिस स्टेशन में रखा, और उनके खिलाफ सख्त सुरक्षा व्यवस्था की गई। इसके अलावा, दो दर्जन से अधिक समर्थकों को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने इस कार्रवाई को यह तर्क देते हुए किया कि कहीं भीड़ न बढ़ जाए, इसलिए उनके लोकेशन बदले जा रहे थे।

प्रशांत किशोर का संदेश

प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार और प्रशासन के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। वे जेल में भी अनशन जारी रखेंगे और जनता की आवाज उठाते रहेंगे।

Leave a comment