राजस्थान में बढ़ती सर्दी और पश्चिमी विक्षोभ के कारण, राज्य सरकार ने इस साल शीतकालीन अवकाश की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री भजनलाल सरकार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, राज्य के सभी स्कूल 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक बंद रहेंगे। यह निर्णय प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में सर्दी की तीव्रता बढ़ने के चलते लिया गया हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
राजस्थान में सर्दी ने दस्तक दे दी है, और सोमवार को प्रदेश के कई इलाकों में बारिश के बाद तापमान में और गिरावट आई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में तापमान में और भी कमी आएगी, जिससे सर्दी में और वृद्धि होगी। इस वजह से, राज्य सरकार ने स्कूलों के शीतकालीन अवकाश को लेकर यह फैसला लिया हैं।
अवकाश की अवधि 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक
राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने इस संबंध में स्पष्ट किया कि मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए शीतकालीन अवकाश की अवधि 25 दिसंबर से शुरू होकर 5 जनवरी तक रहेगी। यह निर्णय प्रदेश में बढ़ती सर्दी और खराब मौसम को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि बच्चों को मौसम के कड़े प्रभाव से बचाया जा सके।
राजस्थान में बारिश और कोहरा
मौसम विभाग के मुताबिक, हाल ही में एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजस्थान के कई हिस्सों में हल्की बारिश हुई है, जिसके बाद तापमान में गिरावट आई है। गंगानगर, चूरू, बीकानेर, अनूपगढ़, तारानगर, पिलानी, झुंझुनू सहित कई जगहों पर बारिश के साथ 1 से 10 मिलीमीटर तक पानी गिरा। वहीं, पश्चिमी राजस्थान में कई स्थानों पर घना कोहरा भी छाया रहा, जिससे तापमान में और गिरावट आई।
सर्दी से बचाव के उपाय
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में सर्दी और भी बढ़ेगी, खासकर 26-27 दिसंबर को एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा, जिसके असर से उदयपुर, कोटा, अजमेर और भरतपुर संभाग में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश हो सकती है। प्रदेशवासियों को इस दौरान सर्दी से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई हैं।
क्या है पश्चिमी विक्षोभ?
पश्चिमी विक्षोभ एक मौसम घटना है, जो भारत में सर्दी के मौसम के दौरान आमतौर पर सक्रिय होता है। यह पहाड़ी क्षेत्रों से होकर गुजरता है और राजस्थान सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बर्फबारी और बारिश का कारण बनता है। इससे तापमान में गिरावट होती है और सर्दी का असर अधिक बढ़ जाता हैं।
राज्य के लोगों के लिए चेतावनी
मौसम विभाग ने बताया है कि आने वाले दिनों में राजस्थान के कई हिस्सों में सर्दी की तीव्रता और बढ़ सकती है। इस दौरान कोहरे की स्थिति भी बनी रह सकती है, जिससे सड़क यातायात प्रभावित हो सकता है। विभाग ने आम जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी है, खासकर वाहन चलाते समय। साथ ही, बच्चों और बुजुर्गों को सर्दी से बचाव के लिए उचित गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई हैं।
समग्र असर
राजस्थान में स्कूलों के शीतकालीन अवकाश का यह निर्णय न केवल विद्यार्थियों के लिए राहत देने वाला है, बल्कि सर्दी और खराब मौसम की स्थिति को देखते हुए यह एक जरूरी कदम था। वहीं, राज्य के कृषि क्षेत्र में भी सर्दी का असर दिखाई दे सकता है, खासकर फसलों पर, हालांकि इस समय तक तापमान इतना कम नहीं हुआ है कि फसलों को गंभीर नुकसान हो।
राजस्थान में सर्दी के बढ़ते असर को देखते हुए सरकार ने सही समय पर शीतकालीन अवकाश की घोषणा की है। यह कदम न केवल छात्रों के लिए, बल्कि राज्य के नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए भी जरूरी था। अब देखना यह है कि आगामी दिनों में सर्दी और बारिश का क्या असर होगा और लोग किस प्रकार से इससे निपटने के लिए तैयार होंगे।