राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर साल 25 जनवरी को देश भर में मनाया जाता है, 25 जनवरी 2024 की इसकी थीम हैं "वोटिंग जैसा कुछ नहीं, में निश्चित रूप से वोट करता हूँ " यह थीम मतदाता को जागरूक करती है। RAS Main Exam: आरएएस मुख्य परीक्षा की तिथि में बदलाव, कैबिनेट मीटिंग में लिया फैसला, जल्द जारी होगी नई तारीख बताया कि हमारा वोट हमारी ताकत है, हमें अपने देश के नेताओं को चुनने का अधिकार मिला है और इस अधिकार का उपयोग करना हमारी जिम्मेदारी है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस संदेश देता है कि 'वोट' के दम पर हम सब मिलकर अपने देश को बेहतर बना सकते हैं। इस साल 14वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है।
मतदाता दिवस का इतिहास
भारतीय चुनाव आयोग (ECI) की स्थापना 25 जनवरी 1950 में की गई, जिसकी 61वीं वर्षगांठ के अवसर पर पहला राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी 2011 को मनाया गया था। इस दिन का मुख्य उद्धेश्य युवाओं को चुनाव में एक्टिव (Active) रूप से हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करना था। इसके साथ ही मतदाताओं को शिक्षित करना, उनमें जागरूकता पैदा करना और सामाजिक गतिविधियों में शामिल होना था। चुनाव आयोग लोकतांत्रिक व्यवस्था में मतदान के महत्व पर जोर देना चाहता था।
मतदान का महत्व
Subkuz.com के अनुसार लोकतांत्रिक समाज में मतदान करना जरुरी है क्योंकि मतदान के द्वारा नागरिकों को अपना नेता चुनने का अधिकार है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस- लोकतंत्र में जनता को उनकी ताकत और जिम्मेदारियों के बारे शिक्षित और जागरूक करने में मदद करता है। जब ज्यादा लोग मतदान करते हैं तो यह जनता की एकता दर्शाता है। भारत का प्रत्येक व्यक्ति मतदान के द्वारा देश के भविष्य की नींव रखता है।