RG Kar Medical College Kolkata: CBI के बाद ED ने भी कसा आरजी कर अस्पताल पर शिकंजा, संदीप घोष समेत अन्य के खिलाफ दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का मामला

RG Kar Medical College Kolkata: CBI के बाद ED ने भी कसा आरजी कर अस्पताल पर शिकंजा, संदीप घोष समेत अन्य के खिलाफ दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का मामला
Last Updated: 27 अगस्त 2024

महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। वित्तीय अनियमितताओं के चलते सीबीआई द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर, प्रवर्तन निदेशालय ने संदीप घोष और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया हैं।

कोलकाता: ईडी ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और कुछ अन्य के खिलाफ, कार्यकाल के दौरान संस्थान में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के तहत धन शोधन से संबंधित एक मामला दर्ज किया है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत एक प्राथमिकी के समकक्ष अपनी प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज करने के लिए सीबीआई की प्राथमिकी का संज्ञान लिया है। बता दें प्रवर्तन निदेशालय ने संदीप घोष और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया हैं।

ईडी ने इन लोगों पर कसा शिकंजा

सूत्रों के अनुसार ईडी ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से संबंधित बैंकिंग और चिकित्सा खरीद दस्तावेज़ विभिन्न स्रोतों से एकत्रित किए हैं, और वह जल्द ही आरोपियों को पूछताछ करने और उनके बयान दर्ज करने के लिए समन जारी कर सकती है। उन्होंने बताया कि ईडी के मामले में आरोपी वही हैं, जिनके नाम सीबीआई की शिकायत में शामिल हैं।

कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर दर्ज अपनी प्राथमिकी में सीबीआई ने घोष और कोलकाता की तीन निजी संस्थाओंमा तारा ट्रेडर्स, ईशान कैफे और खामा लौहा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया है, जिनमें 120 बी (आपराधिक षड्यंत्र), 420 (धोखाधड़ी), और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 (लोक सेवक को रिश्वत देने से संबंधित अपराध) शामिल हैं।

सीबीआई ने रविवार को की थी छापेमारी

सीबीआई ने रविवार को पूर्व चिकित्सा अधीक्षक संजय वशिष्ठ और 13 अन्य लोगों के कोलकाता और उसके आसपास के परिसरों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के अंतर्गत की गई थी। यह संस्थान नौ अगस्त को एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में जांच के दायरे में आया है। सीबीआई के एक अधिकारी ने रविवार की छापेमारी के दौरान मीडिया से कहा कि इस मामले में बहुत कुछ सामने रहा हैं।

 

 

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