राजस्थान में सवाई मानसिंह स्टेडियम के निर्माण को लेकर हुए विवाद तुल पकड़ा हुआ है। खेल विभाग और फ्रेंचाइजी के बिच ये विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। आईपीएल के पहले मैच में सवाई मानसिंह स्टेडियम में बिना अनुमति किए गए निर्माण को लेकर खेल मंत्री ने स्टेडियम के एक स्टैंड को सीज कर दिया था।
वहीं, गुरुवार को होने वाले दूसरे मैच से पहले राजस्थान रॉयल्स ने निर्माण की स्वीकृति लेने की बात कही थी। खेल विभाग ने राजस्थान रॉयल्स को अब तक स्टेडियम में हुए निर्माण की स्वीकृति नहीं दी है।
आपको बता दें कि आज जयपुर के मैदान पर धोनी के आईपीएल करियर का ये आखिरी मैच है। विवाद को देखते हुए क्रिकेट प्रेमियों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। धोनी के आखिरी मैच को लेकर उनके फैंस में काफी उत्साह नजर आ रहा है। आपको बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी ने अपने वनडे करियर की बेस्ट पारी इसी मैदान पर श्रीलंका के खिलाफ खेली थी। उन्होंने उस मैच में 183 रन की पारी खेली थी।
खेल विभाग के सचिव नरेश कुमार ठकराल ने बताया- अब तक राजस्थान रॉयल्स को अनुमति नहीं मिली है। हालांकि राजस्थान रॉयल्स की ओर से अनुमति को लेकर आवेदन किया जा चुका है। इसको लेकर खेल मंत्री अशोक चांदना ने भी नियम अनुरूप कार्रवाई करने की बात कही है। अब स्टेडियम में हुए निर्माण को लेकर कोई फैसला हो सकता है।
दरअसल, आईपीएल का पहला मैच 19 अप्रैल को हुआ था। इसमें राजस्थान रॉयल्स की लापरवाही का नतीजा क्रिकेट प्रेमियों को भुगतना पड़ा था। उन्हें टिकट लेने के बाद भी वेस्ट विंग में बने वीवीआईपी एरिया में एंट्री नहीं मिली थी।
बाद में राजस्थान रॉयल्स ने खेल मंत्री से समझौता किया। इसके बाद लोगों को एंट्री दी गई। इन दर्शकों ने 6 हजार से लेकर 12 हजार रुपए तक की टिकट खरीदी थी। इसको लेकर राजस्थान रॉयल्स और ( RCA ) राजस्थान क्रिकेट एसोसिशन के बिच काफी बहस भी हुई थी।
बिना अनुमति किये गए निर्माण को लेकर हुआ था विवाद
बता दें कि एसएमएस स्टेडियम में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की देखरेख में राजस्थान रॉयल्स मैनेजमेंट ने वीआईपी स्टैंड का निर्माण कराया था। इसकी शिकायत खेल मंत्री अशोक चांदना को मिली थी। इसके बाद 19 अप्रैल को वह स्टेडियम पहुंचे। वहां उन्होंने आरसीए और राजस्थान रॉयल्स पर अवैध निर्माण कराने का आरोप लगाया था।