उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सीएम योगी आदित्यनाथ ने संभल हिंसा और 46 साल बाद मिले हनुमान मंदिर सहित अन्य मुद्दों पर विपक्ष पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि अब तक संभल में 209 हिंदुओं की हत्या हुई है और दंगे की जांच के लिए जल्द ही एक न्यायिक समिति गठित की जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
UP Assembly Session: उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू हुआ। सत्र की शुरुआत उम्मीद के अनुसार हंगामेदार रही, जब विपक्ष ने योगी सरकार पर कड़े सवाल उठाते हुए संभल हिंसा के मुद्दे पर जमकर निशाना साधा। पहले दिन के सत्र के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष की तीखी घेराबंदी का जवाब देने की जिम्मेदारी खुद संभाली। उन्होंने संभल हिंसा को उठाते हुए मुद्दों को उठाया, कुएं में मिली मूर्तियों का संदर्भ दिया, और सांप्रदायिक दंगों के इतिहास और राजनीति पर चर्चा की।
संभल के दंगों का इतिहास पुराना है- सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि संभल के सांप्रदायिक दंगों का इतिहास लंबा और भयावह है। उन्होंने 1947 से अब तक के दंगों की याद दिलाते हुए कहा, '1947 में एक व्यक्ति की मौत होती है, 1948 में छह लोग मारे जाते हैं। 1958 और 1962 में भी सांप्रदायिक दंगे होते हैं। 1976 में पांच और 1978 में 184 हिंदूओं की सामूहिक हत्या कर दी गई। 1980-1982 में एक-एक व्यक्ति की हत्या की गई, जबकि 1986 में चार लोग मारे गए और 1992 में पांच और 1996 में दो मौतें हुईं।'
संभल के मंदिर में मिली मूर्तियों का मुद्दा सीएम ने उठाया
कुछ दिनों पहले संभल में 46 साल पुराने हनुमान मंदिर के ताले खोले गए और उसी मंदिर के पास कुएं में देवी-देवताओं की मूर्तियां मिलीं। इस पर सीएम योगी ने तंज कसते हुए कहा, 'मूर्तियों को किसने पाट दिए, वहां से कैसे मूर्तियां निकल रही हैं।' उन्होंने बाबरनामा का भी जिक्र किया और कहा, 'हरिहर मंदिर को तोड़कर एक ढांचा खड़ा किया गया है। भगवान विष्णु का दसवां अवतार भी इसी संभल में होगा। यह तो केवल सर्वे की बात थी। न्यायालय के निर्देशों के तहत जिलाधिकारी ने सर्वे पूरा कराया, लेकिन जुमे की नमाज के दौरान दी गई तकरीरों के बाद माहौल खराब हुआ।'
संभल में माहौल खराब करने वाला बचेगा नहीं- सीएम
सीएम योगी ने कहा, 'संभल में दंगे की जांच के लिए जल्द ही एक ज्यूडिशियल कमेटी बनेगी ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।' उन्होंने कहा, 'संभल घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, लेकिन किसी भी निर्दोष को सजा नहीं दी जाएगी।' सीएम योगी ने लोगों को बाबरनामा पढ़ने की भी सलाह दी और कहा कि इस घटनाओं के तार धार्मिक धारा से जुड़े हैं।
राम के बिना कोई काम नहीं- सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'जब आप पश्चिम में जाएंगे तो संभव है आपके पूर्वज भी... वहां सभी लोग सामान्य रूप से राम-राम कहते हैं। तो यह कैसे सांप्रदायिक संबोधन हो गया? हम राम-राम का संबोधन करते हैं और अंतिम यात्रा में भी राम-राम सत्य है बोलते हैं। राम के बिना हमारा कोई काम नहीं। जय श्रीराम हमारी श्रद्धा का नारा है।' उन्होंने मस्जिद के सामने शोभायात्रा निकालने पर भी सवाल उठाया और कहा, 'जब मंदिर के सामने जुलूस निकल सकता है, तो मस्जिद के सामने क्यों नहीं।'
कुंदरकी उपचुनाव के मुद्दे पर हमलावर हुए सीएम योगी
कुंदरकी में हुए उपचुनाव के मुद्दे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'कुंदरकी में आपकी जीत को वोट की लूट कहा गया। आप एक सदस्य का अपमान कर रहे हैं, जबकि आपके प्रत्याशी की तो जमानत तक जब्त हो गई।'
सांप्रदायिक दंगों में आई कमी- सीएम योगी
सीएम योगी ने विधानसभा के पहले सत्र में कहा कि NCRB के आंकड़ों के अनुसार, 2017 से प्रदेश में सांप्रदायिक मामलों में 97 प्रतिशत तक कमी आई है। 2012 से 2017 के बीच में 815 सांप्रदायिक दंगे हुए और उसमें 112 लोगों की मौत हुई।