US-India: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चार दिवसीय दौरे पर पहुंचे अमेरिका, US-India के बीच संबंधों की सराहना की, भारतीय लोगों को दिया उपदेश

US-India: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चार दिवसीय दौरे पर पहुंचे अमेरिका, US-India के बीच संबंधों की सराहना की, भारतीय लोगों को दिया उपदेश
Last Updated: 24 अगस्त 2024

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वॉशिंगटन में आज प्रवासी भारतीयों से मुलाकात की। बातचीत के दौरान उन्होंने वर्तमान में भारत की सोच और देश के विश्व दृष्टिकोण पर टिप्पणी की। राजनाथ सिंह ने भारत और अमेरिका (America) के बीच मजबूत संबंधों का भी उल्लेख किया। 23-26 अगस्त तक, वे अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड आस्टिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।

New Delhi: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh In US) गुरुवार को चार दिवसीय यात्रा पर वॉशिंगटन पहुंचे। इस यात्रा के दौरान, सिंह अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन के साथ द्विपक्षीय चर्चाएं करेंगे। इसके अलावा, वह अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से भी मुलाकात करेंगे।

बता दें कि यह यात्रा अमेरिका और भारत के बीच संबंधों को और सर्वाधिक मजबूत करेगी। राजनाथ सिंह ने वॉशिंगटन में प्रवासी भारतीयों से संवाद किया। उन्होंने भारतीयों से बातचीत के दौरान कहा कि भारत कभी भी किसी अन्य देश के साथ विश्वासघात नहीं कर सकता। भारत ने हमेशा दुनिया को 'वसुधैव कुटुम्बकम' का संदेश दिया है।

रक्षा मंत्री ने भारतीय सदस्यों को क्या कहा ?

रक्षा मंत्री (Rajnath Singh) ने कहा, "मैं भारतीय सदस्यों से यही कहना चाहता हूं कि वे अपना काम पूरी ईमानदारी से करें। आपको हमारे देश यानि भारत के लिए समर्पित रहना चाहिए, क्योंकि आप यहां कार्यरत हैं, इसलिए अमेरिका के प्रति आपकी प्रतिबद्धता पर भी कोई संदेह नहीं होना चाहिए। तभी भारतीयों की छवि सकारात्मक होगी।" उन्होंने आगे कहा, "धोखा-धड़ी हमारे स्वभाव में नहीं है। हम खुद धोखा खा सकते हैं, लेकिन हम दूसरों को धोखा नहीं दे सकते। यही संदेश दुनिया को फैलाना चाहिए।"

विश्व को बताया परिवार

रक्षा मंत्री ने आगे स्पष्ट किया कि भारत ने 'वसुधैव कुटुम्बकम' का संदेश संसार को दिया है और सभी जातियों तथा धर्मों के लोगों को एक परिवार की तरह मानता है। राजनाथ सिंह ने कहा, "हम वह देश हैं जिसने सम्पूर्ण विश्व को 'वसुधैव कुटुम्बकम' का संदेश प्रदान किया है। हमारे देश में रहने वाले लोग सिर्फ हमारे परिवार के सदस्य नहीं हैं, बल्कि सम्पूर्ण दुनिया के सभी लोग, चाहे उनकी जाति, धर्म या समुदाय कुछ भी हो, एक ही परिवार का हिस्सा हैं। 'सम्पूर्ण विश्व एक परिवार है।'"

भारत - अमेरिका के संबंधों का किया उल्लेख

रक्षा मंत्री ने भारत और अमेरिका के मजबूत राजनीतिक संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा, "दोनों देशों के संबंध किसी नियति से कम नहीं हैं। वास्तव में, क्रिस्टोफर कोलंबस भारत की खोज में निकले थे, लेकिन वे अमेरिका पहुंच गए। इस प्रकार, दोनों देशों के बीच के संबंध काफी प्राचीन हैं।"

भारत और अमेरिका ने नवंबर 2023 में आयोजित पांचवें वार्षिक भारत-अमेरिका टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय संवाद के बाद द्विपक्षीय रक्षा पहलों में हुई प्रगति की सराहना की है। अमेरिका ने भारत के सैन्य आधुनिकीकरण, रक्षा औद्योगिक सहयोग के लिए रोडमैप को आगे बढ़ाने, और अरब सागर एवं निकटवर्ती जलमार्गों में कानून के शासन के लिए भारत के समर्थन की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।

ICT निभाएगी दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण भूमिका

इस साल जून में सुलिवन ने भारत का दौरा किया था। नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच कई रणनीतिक, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर नियमित चर्चा और उच्च स्तर की यात्राएं आयोजित की गई हैं, जिनमें क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज पहल (ICT) भी शामिल है। दोनों देशों ने यह स्वीकार किया है कि जनवरी 2023 में पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा लॉन्च की गई आइसीईटी, भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

 

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