Wayanad Bypoll: वायनाड उपचुनाव में प्रियंका और नाव्या के बीच मुकाबला, जानें शिक्षा में कौन बेहतर?

Wayanad Bypoll: वायनाड उपचुनाव में प्रियंका और नाव्या के बीच मुकाबला, जानें शिक्षा में कौन बेहतर?
Last Updated: 3 घंटा पहले

वायनाड लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के समक्ष भाजपा उम्मीदवार नाव्या हरिदास चुनावी मैदान में उतरने वाली हैं। यदि हम दोनों नेताओं की शिक्षा की बात करें, तो प्रियंका गांधी एक पोस्ट ग्रेजुएट हैं। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा कॉन्वेंट ऑफ जेसस एंडी मैरी स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने मनोविज्ञान में बीए ऑनर्स किया। वहीं, नाव्या हरिदास ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।

New Delhi: वायनाड लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के खिलाफ भाजपा ने नाव्या हरिदास को उम्मीदवार के रूप में पेश किया है। इस सीट पर मतदान 13 नवंबर को होगा। प्रियंका गांधी ने अपने नामांकन के दौरान एक हलफनामा दाखिल किया था, जिसमें उन्होंने अपनी संपत्ति का विवरण दिया। आज हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि प्रियंका गांधी और नाव्या हरिदास में से कौन अधिक शिक्षित हैं।

हलफनामे के अनुसार, प्रियंका गांधी पोस्ट ग्रेजुएट हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कॉन्वेंट ऑफ जेसस एंड मैरी स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने मनोविज्ञान (साइकोलॉजी) में बीए ऑनर्स की डिग्री हासिल की। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के जेसस एंड मैरी कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की और फिर वर्ष 2010 में बौद्ध अध्ययन में मास्टर की डिग्री प्राप्त की।

नाव्या की शिक्षा

नाव्या हरिदास की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने इंजीनियरिंग में अपनी डिग्री प्राप्त की है। वह एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और उन्होंने वर्ष 2007 में बीटेक की डिग्री हासिल की। उनकी शिक्षा के लिए केएमसीटी इंजीनियरिंग कॉलेज, कालकीट यूनिवर्सिटी का चुनाव किया गया था।

उनके पति एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं। राजनीतिक क्षेत्र में नाव्या का अनुभव नया नहीं है। वह कोझिकोड नगर निगम की दो बार पार्षद रह चुकी हैं। वर्ष 2021 में उन्होंने कोझिकोड विधानसभा सीट के लिए चुनाव लड़ा था, हालांकि, वह उस चुनाव में हार गई थीं। उनका परिवार आरएसएस से जुड़ा हुआ है।

नाव्या हरिदास का आरोप

प्रियंका गांधी के खिलाफ चुनाव में खड़े होने के बारे में उन्होंने कहा, "मैं वायनाड को बहुत अच्छे से जानती हूं और महिला मोर्चा की राज्य महासचिव के रूप में मैंने कई बार वायनाड का दौरा किया है। मैं वायनाड की समस्याओं से कई बार जुड़ी रही हूं। मैंने वायनाड के लोगों के साथ मिलकर काम किया है। लेकिन वायनाड का कोई भी मुद्दा संसद में नहीं उठाया गया। उन्होंने (राहुल गांधी) कभी भी वायनाड की वास्तविक जरूरतों की परवाह नहीं की। वायनाड में 10 प्रतिशत आदिवासी जनसंख्या है, लेकिन उनके उत्थान पर सांसदों ने कभी ध्यान नहीं दिया।"

13 नवंबर को होंगे उपचुनाव

जानकारी के अनुसार, 13 नवंबर को वायनाड में उपचुनाव आयोजित किया जाएगा। वहीं, मतगणना 23 नवंबर को की जाएगी। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने वायनाड के साथ-साथ रायबरेली से भी चुनाव लड़ा था। दोनों सीटों पर जीत हासिल करने के बाद उन्होंने वायनाड सीट को छोड़ने का निर्णय लिया।

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