प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत संपन्न कराए गए विवाह कार्यक्रम में बेटियों को दिए जाने वाले दान में घटिया क्वालिटी के डिनर सेट दिए गए।
UP News: यूपी के संभल जिले में समाज कल्याण विभाग द्वारा अलग-अलग स्थान पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम के तहत समारोह के आयोजन किए गए थे। जिनमें संभल, चंदौसी, गुन्नौर के अलावा बहजोई में भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसके तहत बताया जा रहा है कि योजना में शामिल लाभार्थियों को 35,000 रुपए का चेक जबकि 10,000 रुपये की दान सामग्री में डिनर सेट व अन्य घरेलू सामान दिया गया था। जानकारी के अनुसार 6,000 रुपये की धनराशि विवाह कार्यक्रम में खर्च दिखाई गई थी।
फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा
subkuz.com को मिली सूचना के अनुसार, लाभार्थियों को डिनर सेट दिए जाने की रिपोर्ट सीडीओ (CDO) भरत कुमार मिश्रा ने जिला स्तरीय परीक्षण समिति के मुख्य विकास अधिकारी से जांच कराई तो बेकार क्वालिटी वाले कम वजन के डिनर सेट बेटियों को दान में देने का मामला सामने आया। जिसके बाद जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए गए कि आपूर्तिकर्ता को नोटिस जारी कर कटौती के हिसाब से भुगतान किया जाए।
8 के बजाय 4 किग्रा. के डिनर सेट दिए
मिली रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिला परीक्षण समिति को जांच के दौरान पता चला कि लाभार्थियों को दिए गए डिनर सेट का वजन 4 किलोग्राम था। जबकि योजना के अनुसार 8 किलोग्राम का डिनर सेट दिया जाना था। जिला परीक्षण समिति की रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी सीडीओ भरत कुमार मिश्रा को सौंपी। जरपोर्ट देखने के बाद सीडीओ अधिकारी ने समाज कल्याण विभाग को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही संबंधित लिस्ट से कटौती करते हुए भुगतान करने को कहा गया।
फर्जीवाड़े में शामिल अधिकारीयों को बचाने की साजिश
बताया जा रहा है कि यह सभी सामूहिक विवाह के कार्यक्रम जिला प्रोबेशन अधिकारी चंद्रभूषण ने सम्पन्न कराए थे। इन्हीं की देखरेख में सभी सामूहिक विवाह आयोजित किए गए थे। जानकारी के मुताबिक, जब सामूहिक विवाह के दौरान बेटियों को दान में डिनर सेट दिए गए थे तब भी चंद्रभूषण पर ही चार्ज था। हालांकि, अब पूरे मामले से प्रोबेशन अधिकारी दुरी बना रहे हैं। तो वहीं, केवल आपूर्ति करता को नोटिस जारी कर इस घोटाले को निपटाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 400 बेटियों को सरकार की ओर से दान में डिनर सेट प्रदान किए गए थे। जांच के दौरान उसका वजन मानक के अनुरूप नहीं पाया गया। इसकी जिला परीक्षण समिति के विकास अधिकारी की ओर से रिपोर्ट प्राप्त हुई है। समाज कल्याण अधिकारी को कटौती करने वाले आपूर्तिकर्ता को समय पर भुगतान किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।