रांची सदर अस्पताल के वार्मर में जलकर नवजात शिशु की मौत, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

रांची सदर अस्पताल के वार्मर में जलकर नवजात शिशु की मौत, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
Last Updated: 17 मार्च 2024

रांची सदर अस्पताल के वार्मर में जलकर नवजात शिशु की मौत, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग 

सदर अस्पताल की लापरवाही से वार्मर में एक नवजात बच्चे की मौत हो गई। यहां के डॉक्टरों ने मृत नवजात को रिम् अस्पताल में रेफर कर दिया। लेकिन, रिम् के डॉक्टरों का कहना हैं कि बच्ची की बीती रात ही मौत हो गई है। जिसका डिस्चार्ज पेपर में भी जिक्र था फिर कैसे बच्ची को रेफर किया? इसे लेकर पीड़ित माता- पिता दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की अपील कर रहे हैं।

 झारखंड, रांची: झारखंड की राजधानी रांची के दूसरे बड़े सरकारी अस्पताल सदर में एक मामला सामने आया है। जिसमें परिजनों ने हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि हॉस्पिटल की लापरवाही से उनके नवजात बच्चे की मौत हो गई और दूसरी ओर उसे रिम्स रेफर कर दिया गया। बच्ची की मृत्यु होने की जानकारी उन्हें नहीं दी गई। जिसकी शिकायत परिजनों द्व्रारा सिविल सर्जन से की गई। इस मामले पर कार्रवाई नहीं हुई तो दंपति ने बुधवार को फिर से सिविल सर्जन के पास लिखित शिकायत की। इस पर जांच कमेठी बिठाई गई है जिसमें कोई भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अचानक रिम्स रेफर किया 

subkuz.com को मिली जानकारी के मुताबिक, यह मामला बीती 13 फरवरी का है। रांची के सदर अस्पताल में निराली टोप्पो ने रात 8 बजे एक बच्चे का जन्म दिया था। उस समय बच्चा एकदम स्वस्थ था। लेकिन उसके बाद चिकित्सक की सलाह पर नवजात को कुछ समस्या बताकर SNCU वार्ड के बेबी वार्मर में भर्ती कराया गया। फिर अगले दिन 14 फरवरी को सुबह अचानक बच्चे की तबियत खराब बताकर रेफर करने को कहा गया। ऑक्सीजन सपोर्ट देकर रेफर का फॉर्म बच्ची के पिता के हाथ में थमा दिया और उसे रिम्स ले जाने को कहा। नवजात को एक कपड़े में लपेटा गया था।

रिम्स डॉक्टरों ने मृत घोषित किया

जानकारी के अनुसार, रिम्स पहुंचने पर पीडियाट्रिक के डॉक्टरों ने बताया कि नवजात की रात को ही मृत्यु हो चुकी है। इसके बाद, जब परिजनों ने नवजात के शरीर से कपड़ा हटाया तो देखा की उसकी छाती की चमड़ी जली हुई थी। इसके बाद परिजनों ने ड्यूटी कर रहे डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए सदर अस्पताल में हंगामा किया। साथ ही सिविल सर्जन पदाधिकारियों से लिखित शिकायत की। लेकिन, किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी।

शिकायत के बाद सिविल सृजन ने कहा

सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि मामला बहुत गंभीर है। बुधवार (13 मार्च) को अनगड़ा के दौरे के क्रम के दौरान इस ममले की जानकारी मिली है इसकी अभी जांच कराई जाएगी, जो भी इस मामले में दोषी पाया गया उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर जांच कमेटी बैठाई जाएगी।

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