Iran News: ईरान परमाणु हथियार पर तेजी से कर रहा कार्य, उन्नत सेंट्रीफ्यूज का निर्माण करने के साथ बढ़ा रहा यूरेनियम का भंडार, जानें क्या कह रहे हैं पश्चि

Iran News:  ईरान परमाणु हथियार पर तेजी से कर रहा कार्य, उन्नत सेंट्रीफ्यूज का निर्माण करने के साथ बढ़ा रहा यूरेनियम का भंडार, जानें क्या कह रहे हैं पश्चि
अंतिम अपडेट: 07-12-2024

ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर तेजी से प्रगति कर रहा है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में चिंता का माहौल है। ईरान ने उन्नत सेंट्रीफ्यूज बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो यूरेनियम को अधिक तेजी से समृद्ध करने में सक्षम होते हैं। इसके साथ ही, ईरान अपने यूरेनियम के भंडार को भी बढ़ा रहा हैं।

बहरीन: अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर गंभीर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि ईरान तेजी से परमाणु हथियारों में इस्तेमाल होने योग्य यूरेनियम के भंडार को बढ़ा रहा है, जो वैश्विक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है। इसके अलावा, ग्रॉसी ने यह भी बताया कि ईरान ने उन्नत सेंट्रीफ्यूज का निर्माण शुरू कर दिया है, जिससे वह यूरेनियम समृद्ध करने की प्रक्रिया को तेज़ी से पूरा कर सकता हैं।

यह चेतावनी ईरान द्वारा अपने अब तक के सबसे भारी अंतरिक्ष यान के सफल प्रक्षेपण के कुछ घंटों बाद आई है, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है। ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, विशेषकर पश्चिमी देश, इस बात पर संदेह करते हैं कि इसका उद्देश्य परमाणु हथियारों का विकास करना हो सकता हैं।

पश्चिमी देशों ने जताई गंभीर चिंता

ईरान के सफल अंतरिक्ष प्रक्षेपण को लेकर पश्चिमी देशों ने गंभीर चिंता जताई है, उनका आरोप है कि इससे तेहरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में सुधार हो सकता है। सिमोर्ग रॉकेट का यह प्रक्षेपण उस समय हुआ जब ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम में 60 फीसदी यूरेनियम की मौजूदगी का दावा किया, जो परमाणु हथियार बनाने के लिए आवश्यक एक महत्वपूर्ण कदम है। पश्चिमी देश और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बात से चिंतित हैं कि यह प्रक्षेपण ईरान के मिसाइल तकनीकी विकास को और तेज कर सकता है, जिससे तेहरान अपनी सामरिक क्षमता को बढ़ा सकता हैं।

ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है, जैसे ऊर्जा उत्पादन, लेकिन उसके अधिकारियों द्वारा परमाणु बम और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों की मांग की जा रही है, ताकि वह अमेरिका जैसे दूरदराज के देशों के खिलाफ सैन्य ताकत का इस्तेमाल कर सके। इससे वैश्विक सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं और पश्चिमी देश ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर सतर्क हैं।

ईरान के परमाणु कार्यक्रम में तेजी

ईरान के परमाणु कार्यक्रम में तेजी से हुए इस कदम से पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। क्षेत्र में पहले ही गाजा पट्टी में हमास और इज़राइल के बीच युद्ध जारी है, और लेबनान में युद्ध विराम के बावजूद हमले हो रहे हैं। ऐसे में ईरान का परमाणु कार्यक्रम और अंतरिक्ष प्रक्षेपण पश्चिम एशिया के संघर्षों को और बढ़ा सकते हैं।

हालांकि, ईरान अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आने वाली सरकार के साथ संभावित वार्ता के लिए प्रयास कर रहा है। ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान 2018 में वियना परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग कर लिया था, जिससे ईरान और अन्य वैश्विक शक्तियों के बीच तनाव बढ़ा था।

Leave a comment