आयरन डोम के बाद इजरायल का नया आयरन बीम हथियार, एक साल में होगा सक्रिय इजरायल के पास अब एक और घातक हथियार, आयरन बीम, आने वाला है। उम्मीद की जा रही है कि यह हथियार एक साल के भीतर चालू हो जाएगा और मध्य पूर्व में युद्ध के नए युग की शुरुआत करेगा। आयरन बीम लेजर तकनीक का उपयोग करके मिसाइलों और रॉकेटों को नष्ट करने में सक्षम है।
इजरायल का नया आयरन बीम हथियार, मध्य पूर्व में युद्ध का नया युग आयरन डोम के बाद, इजरायल के पास एक और घातक हथियार, आयरन बीम, आने वाला है। उम्मीद है कि यह प्रणाली एक साल के भीतर चालू हो जाएगी। आयरन बीम लेजर तकनीक का उपयोग करके मिसाइलों और रॉकेटों को नष्ट करने की क्षमता रखता है, जिससे मध्य पूर्व में युद्ध के एक नए युग की शुरुआत होने की संभावना है।
बेहद घातक है आयरन बीम
इजरायल ने आयरन बीम पर 500 मिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है। वर्तमान में, इजरायल की हवाई सुरक्षा आयरन डोम, डेविड स्लिंग और एरो डिफेंस सिस्टम पर निर्भर है, जो सभी हवा में मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम हैं। लेकिन कई बार हमास, हिजबुल्लाह और ईरान की मिसाइलों ने इन प्रणालियों को चुनौती दी है, जिससे इजरायल अब और अधिक घातक हथियारों की ओर बढ़ रहा है।
आयरन बीम को राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम और एल्बिट सिस्टम ने विकसित किया है। यह प्रणाली ड्रोन, मोर्टार, मिसाइल और रॉकेट को नष्ट करने की क्षमता रखती है। इन दिनों इजरायल को छह मोर्चों से हमलों का सामना करना पड़ रहा है, और ऐसे में आयरन बीम उसकी रक्षा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। यह प्रणाली प्रकाश की गति से लक्ष्य पर हमला करने की क्षमता रखती है, जिससे इसकी प्रभावशीलता और बढ़ जाती है।
आयरन बीम की विशेषताएँ
इजरायल के रक्षा मंत्री के अनुसार, आयरन बीम प्रणाली कम दूरी के प्रोजेक्टाइल, जैसे छोटे ड्रोन और रॉकेटों को नष्ट करने में अत्यधिक प्रभावी होगी। जबकि बैलेस्टिक मिसाइलों और बड़े हमलों का सामना करने के लिए एरो-2 जैसे पारंपरिक एयर डिफेंस सिस्टम का उपयोग किया जाएगा, आयरन बीम विशेष रूप से उन खतरों को लक्ष्य बनाती है जो रडार की पकड़ में नहीं आते।
इसमें एक उन्नत लेजर बीम का उपयोग किया जाएगा, जो लक्ष्यों की दिशा में छोड़ी जाएगी। यह बीम लक्ष्य पर पहुँचते ही उसे गर्म करके तुरंत नष्ट कर देगी, जिससे दुश्मन के ड्रोन और रॉकेट कुछ ही सेकंड में हवा में ही समाप्त हो जाएंगे। इस प्रकार, आयरन बीम इजरायल के सुरक्षा कवच को और भी अधिक मजबूत बनाएगा।
इजरायल की एक साल की लड़ाई
पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद, इजरायल ने गाजा में हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू की। इस संघर्ष के दौरान, गाजा में 42,000 से अधिक लोगों की जान गई है, जबकि लेबनान में भी हजारों नागरिकों की मौत हुई है।
इजरायल की उत्तरी सीमा पर हिजबुल्लाह के साथ भी संघर्ष जारी है, जिससे स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई है। इसके अलावा, इजरायल और ईरान के बीच भी संघर्ष की घटनाएँ सामने आई हैं, जिससे मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ गया है।
इस बढ़ते संकट को देखते हुए अमेरिका ने अपनी सैन्य ताकत को मजबूती देने के लिए B-52 बमवर्षक, लड़ाकू जेट, ईंधन भरने वाले विमान और विध्वंसक तैनात करने का आदेश दिया है। यह कदम क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों का हिस्सा है।