New Virus in China: दुनिया में छाया संकट! कोरोना के बाद चीन में मिला नया वायरस, मरीज के सीधा दिमाग पर करता है असर

New Virus in China: दुनिया में छाया संकट! कोरोना के बाद चीन में मिला नया वायरस, मरीज के सीधा दिमाग पर करता है असर
Last Updated: 10 सितंबर 2024

चीन के इनर मंगोलिया के एक वेटलैंड में एक नए वायरस की पहचान ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति को तेज बुखार देता है, और गंभीर मामलों में दिमाग पर सीधा असर डाल सकता है। वायरस की गंभीरता के कारण कुछ मरीज कोमा में चले जाते हैं।

New Delhi: चीन में ऑर्थोनेरोवायरस नामक एक नए वायरस की पहचान हुई है, जिसे सबसे पहले 2019 में इनर मंगोलिया क्षेत्र में पाया गया था। इस वायरस के प्रसार का प्राथमिक कारण टिक (कृमि) का काटना है। पहली बार, यह वायरस तब सामने आया जब 61 वर्षीय व्यक्ति, जिसे टिक ने काटा था, अचानक बीमार हो गया। बाद में जांच से पता चला कि वह ऑर्थोनेरोवायरस से संक्रमित था।

यह वायरस संक्रमित व्यक्ति में बुखार और गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याएं पैदा कर सकता है। इसके परिणामस्वरूप व्यक्ति के दिमाग पर प्रभाव पड़ सकता है, और कुछ मामलों में यह इतना गंभीर हो सकता है कि व्यक्ति कोमा में चला जाए।

नए वायरस को वेटलैंड (WELV) नाम दिया

न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन ने अपनी एक रिपोर्ट में इस नए वायरस को वेटलैंड वायरस (WELV) नाम दिया है। यह वायरस नैरोविरिडे परिवार में आता है और ऑर्थोनेरोवायरस जीनस का सदस्य है। इसे टिक-जनित हजारा ऑर्थोनेरोवायरस जीनोग्रुप का करीबी माना जाता है, जो टिक (कृमि) के काटने से फैलता है।

रिपोर्ट में वायरस के गंभीर स्वास्थ्य परिणामों की ओर इशारा किया गया है, क्योंकि यह मनुष्यों में गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। इस वायरस के संक्रमण के मामले, विशेष रूप से टिक द्वारा काटे गए रोगियों में, निगरानी में रखे जा रहे हैं, और यह वायरस गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का कारण भी बन सकता है।

इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति में लक्षण

यह वेटलैंड वायरस (WELV), जो कि चीन में पाया गया है, बुखार से जुड़ा हुआ है और अब तक 17 मरीजों में इसका पता चला है। इन रोगियों में बुखार, चक्कर आना, सिरदर्द, अस्वस्थता, गठिया, और पीठ दर्द जैसे लक्षण सामने आए हैं। एक मरीज में न्यूरोलॉजिक लक्षण भी देखे गए, जो संकेत करते हैं कि यह वायरस गंभीर रूप से मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकता है।

यह वायरस टिक द्वारा फैलता है, और इसके प्रभाव घातक हो सकते हैं, जिसमें कोमा जैसे गंभीर परिणाम भी शामिल हो सकते हैं। इसे लेकर दुनिया भर में चिंताएं बढ़ रही हैं।

खतरनाक साबित हो एकता है यह वायरस

शोधकर्ताओं ने वेटलैंड वायरस (WELV) की जांच के लिए क्षेत्र के वन रेंजरों के रक्त के नमूनों का भी विश्लेषण किया। 640 लोगों में से केवल 12 लोगों में वेटलैंड वायरस के प्रति एंटीबॉडी पाई गई। इससे पता चलता है कि वायरस का प्रसार सीमित है, लेकिन इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। एक संक्रमित मरीज कोमा में चला गया था, हालांकि सभी मरीजों ने उपचार के बाद पूरी तरह से ठीक हो गए। शोध में यह सामने आया है कि यह वायरस कुछ मामलों में बेहद खतरनाक हो सकता है, खासकर जब यह दिमाग और तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है।

 

 

 

 

 

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