मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने पहले राजकीय दौरे पर भारत का दौरा किया है। उन्होंने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस यात्रा के दौरान, मुइज्जू ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की और भारतीय नेताओं के साथ अपने देश के विकास और भारत-मालदीव संबंधों पर चर्चा की।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने हाल ही में हनीमाधू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे का वर्चुअल उद्घाटन किया। मुइज्जू आज नई दिल्ली पहुंचे हैं और वह 5 दिनों तक भारत में रहेंगे। उनके साथ मालदीव की प्रथम महिला, साजिदा मोहम्मद भी हैं। राष्ट्रपति मुइज्जू ने सत्ता में आने के बाद भारत के प्रति आलोचनात्मक रुख अपनाया था, लेकिन अब उनके तेवर में बदलाव आया है। चीन के प्रति अपने झुकाव के बावजूद, मुइज्जू ने भारत के साथ संबंधों को सुधारने की दिशा में कदम बढ़ाया हैं।
यह उनकी पहली राजकीय यात्रा है और इससे पहले वह जून में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल हुए थे। इस उद्घाटन समारोह को दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा हैं।
भारत दौरे पर आए मुइज्जू का पूरा कार्यक्रम
* मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू 6 से 10 अक्टूबर तक भारत की यात्रा पर रहेंगे। यह उनकी पहली राजकीय द्विपक्षीय यात्रा हैं।
* इससे पहले उन्होंने जून 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया था।
* इस यात्रा के दौरान मुइज्जू पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। उनकी बैठक में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी, जो दोनों देशों के आपसी हितों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
* इसके अलावा मुइज्जू मुंबई और बेंगलुरु का भी दौरा करेंगे, जहां वे विभिन्न व्यावसायिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की थी मालदीव की यात्रा
मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में भारत का एक प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और इस क्षेत्र में भारत की सुरक्षा और विकास की दृष्टि ("सागर" - Security and Growth for All in the Region) में इसका महत्वपूर्ण स्थान है। इसके साथ ही, भारत की 'पड़ोसी प्रथम नीति' के तहत मालदीव के साथ भारत के संबंध और भी अधिक प्राथमिकता प्राप्त करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की इस नीति के तहत, मालदीव के साथ भारत के संबंधों में रक्षा, सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और कनेक्टिविटी को प्रमुखता दी गई हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर की हालिया मालदीव यात्रा के बाद, राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू की भारत यात्रा यह प्रमाणित करती है कि भारत और मालदीव अपने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस यात्रा से न केवल दोनों देशों के राजनीतिक और आर्थिक सहयोग को गति मिलेगी, बल्कि लोगों के बीच संबंधों को भी और प्रगाढ़ बनाने का अवसर मिलेगा।