PM Modi in Russia: पीएम मोदी आज BRICS समिट के लिए रूस रवाना, पांच महीने में पुतिन से होगी दूसरी अहम मुलाकात

PM Modi in Russia: पीएम मोदी आज BRICS समिट के लिए रूस रवाना, पांच महीने में पुतिन से होगी दूसरी अहम मुलाकात
Last Updated: 22 अक्टूबर 2024

BRICS समिट 2024 आज, यानी मंगलवार से प्रारंभ हो रहा है। यह दो दिवसीय सम्मेलन रूस की अध्यक्षता में आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ही रूस के कजान शहर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे। इस सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी की कई अन्य देशों के नेताओं के साथ भी बातचीत होने की संभावना है।

BRICS Summit 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच मंगलवार, 22 अक्टूबर को द्विपक्षीय बैठक आयोजित की जाएगी। पीएम मोदी आज सुबह सात बजे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए नई दिल्ली से रवाना हुए हैं। रूस के कजान शहर पहुंचने के दो घंटे बाद ही उनकी पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता शुरू होगी। यह बैठक पिछले पांच महीनों में दोनों नेताओं की दूसरी मुलाकात होगी।

पीएम की पुतिन से मुलाकात

बता दें कि, जुलाई 2024 में, प्रधानमंत्री मोदी ने रूस की आधिकारिक यात्रा की, जहां उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन के साथ भारत-रूस वार्षिक बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में द्विपक्षीय मुद्दों के अलावा, यूक्रेन और अन्य वैश्विक विषयों पर भी विस्तृत चर्चा की गई। इस अवसर पर, मोदी ने पुतिन से कहा कि युद्ध से समस्याओं का समाधान नहीं निकल सकता। उन्होंने पुतिन को आश्वासन दिया कि वे रूस-यूक्रेन युद्ध के समाधान के लिए अपनी निजी कोशिश करने के लिए तैयार हैं।

पीएम की इन नेताओं से हो सकती है मुलाकात

इस यात्रा के कुछ ही दिनों बाद, मोदी ने यूक्रेन का दौरा किया था, जहां उन्होंने राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की से मुलाकात की थी। मोदी की कजान में BRICS शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले अन्य देशों के नेताओं से भी मुलाकात करने की संभावना है। इसमें तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यब एर्दोगान और ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के साथ मुलाकात भी संभव है। हाल के हफ्तों में, इन दोनों देशों के नई दिल्ली स्थित दूतावासों के अधिकारियों और भारतीय विदेश मंत्रालय के बीच बातचीत की जानकारी मिली है।

तुर्किये के राष्ट्रपति के बदले रुख

तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगान और पीएम मोदी की हाल की मुलाकात को दोनों देशों के बीच की तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में, तुर्की के राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर का मुद्दा उठाया था, लेकिन इस वर्ष की संयुक्त राष्ट्र की वार्षिक अधिवेशन में उन्होंने इस विषय पर कुछ नहीं कहा। इसे भारत के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।

ब्रिक्स सम्मलेन को लेकर अमेरिका की प्रतिक्रिया

ब्रिक्स सम्मेलन पर अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि ब्रिक्स को किसी भू-राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के रूप में नहीं देखा जा रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका अपने साझेदारों जैसे भारत, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के साथ सहयोग जारी रखेगा।

रूस की अध्यक्षता में BRICS समिट

रूस की अध्यक्षता में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22 और 23 अक्टूबर को कजान शहर में आयोजित किया जाएगा। 18 अक्टूबर को, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ब्रिक्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को दोहराया। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स पश्चिमी विरोधी नहीं, बल्कि गैर-पश्चिमी है। पुतिन ने यह भी कहा कि ब्रिक्स का उद्देश्य कभी भी किसी के खिलाफ नहीं रहा।

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