ट्रंप ने कहा कि संविधान में रास्ते मौजूद हैं, जिससे वह तीसरी बार राष्ट्रपति बन सकते हैं। क्या अमेरिकी कानून में बदलाव संभव है? जानें पूरा मामला।
Trump Plan: डोनाल्ड ट्रंप ने कई मौकों पर तीसरी बार राष्ट्रपति बनने की इच्छा जाहिर की है। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने इस संभावना पर चर्चा की और उन रास्तों की ओर इशारा किया, जिनसे वे इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। अमेरिकी संविधान में स्पष्ट प्रावधान है कि कोई भी व्यक्ति दो बार से अधिक राष्ट्रपति नहीं बन सकता, लेकिन ट्रंप का मानना है कि इसमें बदलाव की गुंजाइश हो सकती है।
संविधान संशोधन पर ट्रंप की रणनीति
इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि वे तीसरी बार राष्ट्रपति बनने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। उनका दावा है कि संविधान में ऐसे तरीके मौजूद हैं, जो उन्हें यह मौका दे सकते हैं। जब उनसे इन संभावित तरीकों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कई रास्ते हैं, जिनके जरिये यह संभव हो सकता है। उन्होंने विशेष रूप से संविधान संशोधन का उल्लेख किया, जिससे वे तीसरी बार राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ सकते हैं।
क्या कोई और ट्रंप को राष्ट्रपति बना सकता है?
इंटरव्यू के दौरान ट्रंप से पूछा गया कि क्या कोई और व्यक्ति चुनाव जीतकर उन्हें राष्ट्रपति पद सौंप सकता है? इस पर उन्होंने कहा कि यह भी एक तरीका हो सकता है, लेकिन इसके अलावा भी कई अन्य रास्ते हैं। यह बयान एक नई बहस को जन्म दे रहा है कि क्या अमेरिका में कोई राष्ट्रपति इस प्रकार सत्ता में लौट सकता है।
संविधान संशोधन की कठिनाइयाँ
अगर ट्रंप तीसरी बार राष्ट्रपति बनने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें अमेरिकी संविधान में संशोधन करना होगा। इसके लिए उन्हें अमेरिकी संसद और राज्यों का समर्थन चाहिए होगा। अमेरिकी सीनेट और प्रतिनिधि सभा में दो-तिहाई बहुमत से संशोधन पारित करना जरूरी होगा, जो कि एक जटिल और कठिन प्रक्रिया है। फिलहाल, अमेरिका में दो बार से अधिक राष्ट्रपति बनने का प्रावधान नहीं है।
क्या ट्रंप के लिए पेश किया गया है कोई बिल?
जनवरी 2025 में ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के सांसद एंडी ओगल्स ने एक बिल संसद में पेश किया था, जिसमें ट्रंप को तीसरी बार राष्ट्रपति बनने की अनुमति देने का प्रस्ताव रखा गया था। इस बिल के तहत यह तर्क दिया गया कि ट्रंप 2020 में जो बाइडेन से हार गए थे, इसलिए वे तकनीकी रूप से लगातार दो बार राष्ट्रपति नहीं रहे हैं और इस कारण वे तीसरी बार चुनाव लड़ने के योग्य हैं। हालांकि, इस प्रस्ताव को पारित करवाना आसान नहीं होगा, क्योंकि इसे डेमोक्रेटिक पार्टी और अन्य विपक्षी दलों का कड़ा विरोध झेलना पड़ेगा।