US Update: डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद बदल सकती है वैश्विक राजनीति, जानें कौन से समीकरण बनेंगे और कौन से बिगड़ेंगे - 10 प्रमुख बिंदु

US Update: डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद बदल सकती है वैश्विक राजनीति, जानें कौन से समीकरण बनेंगे और कौन से बिगड़ेंगे - 10 प्रमुख बिंदु
Last Updated: 07 नवंबर 2024

डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अमेरिकी इतिहास में सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति चुने गए व्यक्ति हैं। वर्ष 2020 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, हालांकि उन्होंने चुनाव में धांधली के आरोप लगाए थे।

Donald Trump: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने शानदार जीत हासिल की है, जिसे अमेरिकी राजनीति में एक ऐतिहासिक वापसी के रूप में देखा जा रहा है। चार साल के अंतराल के बाद ट्रंप एक बार फिर राष्ट्रपति बने हैं।

78 साल की उम्र में राष्ट्रपति पद पर चुने जाने वाले वे अमेरिकी इतिहास के सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं। विस्कॉन्सिन में जीत के साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए जरूरी 270 इलेक्टोरल वोट हासिल कर लिए, जिससे उनकी जीत सुनिश्चित हो गई।

डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद वैश्विक राजनीति में संभावित बदलाव

1. बाइडेन का राष्ट्र को संबोधन: चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद बाइडेन राष्ट्र को संबोधित करेंगे और सत्ता हस्तांतरण के लिए ट्रंप को व्हाइट हाउस आमंत्रित किया है। इस पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं। ट्रंप ने घोषणा की कि रिपब्लिकन पार्टी ने सेनेट पर भी नियंत्रण हासिल कर लिया है और आने वाले दिनों में नए सीनेटरों से बेहतर परिणाम की उम्मीद जताई।

2. चुनाव जीतने के बाद ट्रंप ने कहा, "यह अमेरिका के लिए सचमुच एक स्वर्णिम युग की शुरुआत है। यह एक अद्भुत जीत है, जो अमेरिका को फिर से महान बनाने में हमारी मदद करेगी।" उन्होंने इसे अमेरिकी जनता की बड़ी जीत करार देते हुए कहा, "यह ऐसा आंदोलन है, जैसा पहले कभी किसी ने नहीं देखा। सच कहूं, तो मेरा मानना है कि यह अब तक का सबसे बड़ा राजनीतिक आंदोलन है। इस देश में और शायद इसके बाहर भी, ऐसा कुछ कभी नहीं हुआ।"

3. डोनाल्ड ट्रंप की जीत ने दुनिया के कई देशों में हलचल मचा दी है, जिसमें कनाडा भी शामिल है। कनाडा की इस हलचल का संकेत उसके प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ़्रीलैंड के बयानों से स्पष्ट होता है। ये दोनों नेताओं ने बुधवार को अपने देशवासियों को आश्वस्त करने की कोशिश की कि व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी का कनाडा पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।

4. भारत दौरे की योजना: ट्रंप अगले साल भारत दौरे पर आएंगे, जब भारत 2025 में क्वॉड समिट की अध्यक्षता करेगा। इस समिट में अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं।

5. यूक्रेन पर संभावित प्रभाव: ट्रंप यूक्रेन को मिलने वाली सहायता की आलोचना करते रहे हैं और रूस-यूक्रेन युद्ध को 24 घंटे में रोकने का दावा किया था, जिससे यूक्रेन को झटका लग सकता है।

6. भारत-अमेरिका संबंध में विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप प्रशासन के तहत भारत-अमेरिका संबंध मजबूत होंगे, हालांकि कुछ व्यापारिक मुद्दों पर असहमति बनी रह सकती है। मोदी और ट्रंप के बीच अच्छे संबंधों से मामलों को सुलझाया जा सकता है।

7. भारतीय-अमेरिकियों की प्रतिक्रिया: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत पर भारतीय-अमेरिकियों ने स्वागत किया है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी ट्रंप को बधाई देते हुए नवाचार में सहयोग का आश्वासन दिया।

8. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद रणनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप प्रशासन के तहत भारत-अमेरिका संबंध और मजबूत होंगे। हालांकि, आयातित वस्तुओं पर शुल्क बढ़ाने जैसे मुद्दों पर कुछ असहजता हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि इन कठिन मुद्दों को सौहार्दपूर्ण तरीके से हल किया जा सकता है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रंप के बीच घनिष्ठ मित्रता है, जो द्विपक्षीय समझौते को बढ़ावा दे सकती है।

9. अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत का प्रमुख भारतीय अमेरिकियों ने बुधवार को स्वागत किया और अमेरिका-भारत संबंधों समेत कई मुद्दों पर उनके साथ सहयोग करने का आश्वासन दिया। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा, “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उनकी महत्वपूर्ण जीत पर बधाई। हम अमेरिकी नवाचार के सुनहरे युग में प्रवेश कर चुके हैं और सभी को लाभ पहुंचाने में मदद करने के लिए उनके प्रशासन के साथ सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

10. ट्रंप की जीत से वैश्विक राजनीति और कई देशों की विदेश नीतियों पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। उनके प्रशासन के आने से चीन और अमेरिका के बीच संबंध और बिगड़ सकते हैं, जिससे भारत को रणनीतिक लाभ मिल सकता है। पाकिस्तान के मसले पर ट्रंप प्रशासन की नीतियां बाइडेन की अपेक्षा सख्त और भारत के अनुकूल रहने की संभावना है। इसके अलावा, हाल ही में बांग्लादेश में हुए सत्ता परिवर्तन को लेकर भी ट्रंप का रुख बाइडेन से अलग हो सकता है, जो क्षेत्रीय राजनीति को प्रभावित कर सकता है।

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