दिल्ली के पटेल नगर से MLA राजकुमार आनंद ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आप (AAP) पर भ्रष्टाचार का आरोप लगते हुए पार्टी भी छोड़ दी। हल ही में ED ने राजकुमार के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
Delhi Politics: दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। उनकी मुसीबते बढ़ती जा रही है। इसी दौरान, दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद ने बुधवार (10 अप्रैल) को केजरीवाल को बड़ा झटका देते हुए अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही उन्होंने पार्टी (AAP) को छोड़ते हुए पार्टी पर भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठाए हैं।
भ्रष्टाचार के दलदल में फंस चुकी है पार्टी
पार्टी व मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए राजकुमार ने कहा, '' कि यहां चुनावी दौर में राजनीति तो नहीं बदली लेकिन राजनेता बदल गए। कहा जाता था कि आम आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के लिए हुआ है, लेकिन अब पार्टी खुद भ्रष्टाचार के दलदल में दिन-दिन फंसती जा रही है। इस सरकार के साथ काम करना मेरे लिए असहज हो गया है।''
राजकुमार के घर पर छापेमारी
subkuz.com को मिली जानकारी के अनुसार, पिछले साल नवंबर में जब ईडी ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को जब शराब घोटाले के मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था, तो इससे पहले ED ने राजकुमार के आवास पर छापेमारी की थी। सूत्रों के मुताबिक, ईडी की टीम मंत्री के सिविल लाइंस स्थित आधिकारिक आवास समेत 9 जगहों पर छानबीन की थी। ये छापेमारी दिल्ली की रद्द हो चुकी शराब नीति से जुडी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई थी। जिसके तहत उनके बिजनेस से जुड़े मामले में भी जांच की गई थी।
कौन हैं राजकुमार आनंद
मिली जानकारी के अनुसार, 2020 में राजकुमार आनंद पहली बार पटेल नगर सीट से विधायक बने थे। बता दें कि इससे पहले उनकी पत्नी वीना आनंद भी इसी विधानसभा क्षेत्र से MLA पद पर रह चुकी हैं। दिल्ली की केजरीवाल सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल की जगह राजकुमार आनंद को कैबिनेट में मंत्री के रुप में शामिल किया गया था।