Sunil Gavaskar: शमा मोहम्मद को सुनील गावस्कर का करारा जवाब; रोहित शर्मा की फिटनेस पर उठे सवालों पर कहा- ‘क्रिकेट मानसिक ताकत का खेल’

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भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा पर हाल ही में कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद द्वारा की गई टिप्पणी ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी। उन्होंने रोहित को 'मोटा खिलाड़ी' कहते हुए उनकी फिटनेस पर सवाल उठाए।

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा पर हाल ही में कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद द्वारा की गई टिप्पणी ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी। उन्होंने रोहित को 'मोटा खिलाड़ी' कहते हुए उनकी फिटनेस पर सवाल उठाए, जिसके बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और इसे अनुचित ठहराया।

शमा मोहम्मद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि रोहित शर्मा एक खिलाड़ी के तौर पर फिट नहीं दिखते और उन्हें अपना वजन कम करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि रोहित की कप्तानी प्रभावी नहीं रही है। हालाँकि, विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया, लेकिन तब तक यह सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका था।

गावस्कर का पलटवार: ‘क्रिकेट मानसिक ताकत का खेल’

सुनील गावस्कर, जो भारतीय क्रिकेट के दिग्गज माने जाते हैं, ने इस मामले में खुलकर अपनी राय रखी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि क्रिकेट केवल शरीर की फिटनेस पर निर्भर नहीं करता, बल्कि यह मानसिक ताकत और तकनीकी कौशल का खेल है। इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा: “अगर टीम में सिर्फ पतले खिलाड़ियों को ही जगह दी जानी है, तो फिर मॉडलिंग प्रतियोगिताओं से खिलाड़ियों का चयन कर लेना चाहिए। 

लेकिन क्रिकेट सिर्फ शारीरिक फिटनेस से तय नहीं होता। सरफराज खान का उदाहरण हमारे सामने है, जिन्हें लंबे समय तक उनके वजन के कारण नजरअंदाज किया गया, लेकिन उन्होंने मैदान पर अपने प्रदर्शन से सबका मुंह बंद कर दिया।” गावस्कर ने यह भी कहा कि यदि कोई खिलाड़ी लगातार रन बना रहा है और अपनी टीम के लिए प्रदर्शन कर रहा है, तो उसकी शारीरिक बनावट पर टिप्पणी करना अनुचित है। उन्होंने बॉडी शेमिंग की आलोचना करते हुए कहा कि क्रिकेट में सबसे महत्वपूर्ण चीज मानसिक मजबूती और तकनीकी दक्षता होती हैं।

क्रिकेट में फिटनेस बनाम प्रदर्शन

इस पूरे विवाद ने क्रिकेट में फिटनेस बनाम प्रदर्शन की बहस को फिर से जन्म दे दिया है। क्रिकेट में शारीरिक फिटनेस निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है, लेकिन क्या यह किसी खिलाड़ी की सफलता का एकमात्र पैमाना हो सकता है? गावस्कर और कई अन्य क्रिकेट दिग्गजों का मानना है कि जब तक कोई खिलाड़ी मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, तब तक उसकी फिटनेस पर सवाल उठाना तर्कसंगत नहीं हैं।

शमा मोहम्मद की टिप्पणी के बाद रोहित शर्मा के प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में आवाज उठाई। फैंस का कहना है कि रोहित ने हाल ही में भारत को कई महत्वपूर्ण मुकाबलों में जीत दिलाई है और उनकी कप्तानी का आकलन उनके प्रदर्शन से किया जाना चाहिए।

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