शेन बॉन्ड की चेतावनी: जसप्रीत बुमराह को सीमित करें, वरना करियर पर खतरा!

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टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की रीढ़ हैं। लेकिन उनकी फिटनेस को लेकर हमेशा चिंताएं बनी रहती हैं। इस बीच न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज और अनुभवी कोच शेन बॉन्ड ने बुमराह के करियर को लेकर बड़ी चेतावनी दी है।

बॉन्ड की सलाह - एक सीरीज में दो टेस्ट से ज्यादा मत खेलो!

शेन बॉन्ड का मानना है कि बुमराह की गेंदबाजी की एक अलग शैली है, जिससे उनकी पीठ पर अधिक दबाव पड़ता है। अगर उन्हें लगातार टेस्ट क्रिकेट खिलाया गया, तो उनके करियर को बड़ा झटका लग सकता है। उन्होंने टीम मैनेजमेंट से आग्रह किया कि बुमराह को एक टेस्ट सीरीज में अधिकतम दो टेस्ट मैच ही खेलने चाहिए ताकि उनका कार्यभार नियंत्रित किया जा सके।

'एक और चोट और करियर खत्म'

बॉन्ड ने साफ तौर पर कहा, "अगर बुमराह को अब कोई गंभीर पीठ की चोट लगती है, तो यह उनके करियर के लिए विनाशकारी हो सकता है। एक तेज गेंदबाज के रूप में मैंने यह खुद झेला है, इसलिए मैं समझ सकता हूं कि पीठ की चोट कितनी खतरनाक हो सकती है।"

बुमराह के कार्यभार को कैसे किया जाए मैनेज?

शेन बॉन्ड ने कुछ सुझाव भी दिए जिससे बुमराह की फिटनेस को बेहतर बनाए रखा जा सकता है. 

कार्यभार प्रबंधन: ज्यादा टेस्ट मैच खेलने के बजाय उन्हें सीमित ओवरों के क्रिकेट में प्राथमिकता दी जाए।
रोटेशन पॉलिसी: हर टेस्ट सीरीज में बुमराह को आराम देकर उनके शरीर को रिकवरी का समय दिया जाए।
स्पेशल ट्रेनिंग: उनकी पीठ की मजबूती के लिए खास फिजियोथेरेपी और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करवाई जाए।

क्या BCCI मानेगा बॉन्ड की सलाह?

बुमराह को पहले भी पीठ की गंभीर चोट का सामना करना पड़ा था, जिसके चलते वह कई महीनों तक क्रिकेट से दूर रहे। चोट से उबरने के बाद उन्होंने शानदार वापसी की, लेकिन उनकी फिटनेस हमेशा टीम इंडिया के लिए एक बड़ा मुद्दा रही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि BCCI और टीम मैनेजमेंट शेन बॉन्ड की इस चेतावनी को कितना गंभीरता से लेते हैं। क्या बुमराह को सीमित किया जाएगा, या फिर उन्हें लगातार हर फॉर्मेट में खेलने के लिए उतारा जाता रहेगा?

बुमराह भारतीय क्रिकेट के सबसे अनमोल रत्नों में से एक हैं। अगर उनके करियर को बचाना है, तो टीम इंडिया को उनकी फिटनेस को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी। वरना, कहीं ऐसा न हो कि बुमराह को ज्यादा खिलाने की जल्दबाजी में भारतीय क्रिकेट अपनी सबसे घातक गेंदबाजी प्रतिभा को खो बैठे।

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