दक्षिण अफ्रीका के पॉइंट्स टेबल में शीर्ष पर पहुंचने के बाद भारत के लिए फाइनल में पहुंचने की राह थोड़ी कठिन हो गई है, लेकिन अब भी उम्मीदें पूरी तरह खत्म नहीं हुई हैं। भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए कुछ विशेष परिस्थितियों पर निर्भर रहना होगा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत के लिए लगातार तीसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने की राह चुनौतीपूर्ण हो गई है, लेकिन यह अब भी संभव है। दक्षिण अफ्रीका के श्रीलंका पर 2-0 से सीरीज जीतने के बाद उनका पॉइंट्स प्रतिशत बढ़कर 63.33 हो गया है, जिससे वह टॉप पर पहुंच गए हैं। वहीं, ऑस्ट्रेलिया 60.71 प्रतिशत के साथ दूसरे और भारत 57.29 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है। भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए अपने आगामी सभी टेस्ट मैच जीतने होंगे, विशेष रूप से न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ, और साथ ही बड़े अंतर से जीत दर्ज करनी होगी ताकि उनका पॉइंट्स प्रतिशत और नेट रन रेट सुधर सके।
इसके अलावा, भारत को उम्मीद करनी होगी कि दक्षिण अफ्रीका पाकिस्तान के खिलाफ अपनी आगामी टेस्ट सीरीज में हार का सामना करे या सीरीज ड्रॉ रहे। अगर दक्षिण अफ्रीका यह सीरीज 1-0 से जीतता है तो वह फाइनल के लिए क्वालिफाई कर सकता है, लेकिन भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए उनकी जीत या ड्रॉ का अंतर कम होना चाहिए।
भारत का फाइनल में पहुंचने का समीकरण
भारत के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में पहुंचने का रास्ता बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 में उसके प्रदर्शन पर काफी हद तक निर्भर है। वर्तमान में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज 1-1 से बराबरी पर है, और तीन मैच अभी बाकी हैं। अगर भारत बिना किसी कठिनाई के फाइनल में जगह बनाना चाहता है, तो उसे बाकी बचे तीनों मुकाबले जीतकर सीरीज को 4-1 से अपने नाम करना होगा। ऐसा करने से भारत का पॉइंट्स प्रतिशत बढ़कर पर्याप्त हो जाएगा और उसे अन्य टीमों के परिणामों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
हालांकि, अगर भारत यह सीरीज 3-2 से जीतता है, तो उसे उम्मीद करनी होगी कि ऑस्ट्रेलिया श्रीलंका के खिलाफ अपनी आगामी टेस्ट सीरीज में हार जाए या ड्रॉ खेले। इस स्थिति में भी दक्षिण अफ्रीका बनाम पाकिस्तान सीरीज के परिणाम भारत के लिए अहम होंगे। दूसरी ओर, अगर भारत सीरीज के बाकी तीन मैचों में से दो हार जाता है, तो वह फाइनल की दौड़ से बाहर हो जाएगा। इसका मतलब है कि भारत के लिए अगले तीन मुकाबले बेहद महत्वपूर्ण हैं, और उन्हें अपने प्रदर्शन के साथ-साथ अन्य टीमों के नतीजों पर भी नजर रखनी होगी।