Children Story: जादुई वन की रहस्यमयी परी कथा

🎧 Listen in Audio
0:00

बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में एक साहसी लड़का रहता था जिसका नाम अर्जुन था। अर्जुन को fairy tales से बहुत लगाव था। वह हमेशा नई fairy tales और रोमांचक यात्राओं के सपने देखा करता था। एक दिन, जब वह गाँव के पास के जंगल में टहलने गया, तो उसे एक पुरानी किताब मिली। किताब पर लिखा था “जादुई वन की रहस्यमयी परी कथा,” जो शायद सबसे अद्भुत fairy tales में से एक थी।

किताब खोलते ही अर्जुन को एक अद्भुत दृश्य दिखाई दिया। वह खुद को एक जादुई वन में खड़ा पाया। यह वन सामान्य वनों से बिल्कुल अलग था। यहाँ के पेड़ चमकदार थे और पक्षी गाने में मशगूल थे। अर्जुन ने सोचा, “क्या यह वही fairy tales है जिसे मैं हमेशा पढ़ता आया हूँ?”

जैसे ही वह आगे बढ़ा, उसने एक छोटी परी को देखा जो किरणों की तरह चमक रही थी। परी ने कहा, “स्वागत है अर्जुन! मैं हूँ तारा, इस जादुई वन की रक्षक। तुम्हें यहाँ तक लाने का एक कारण है। हमारे वन पर एक बड़ा संकट आया है और केवल तुम ही इसे बचा सकते हो। यह एक असली fairy tales की तरह है।”

अर्जुन को यह सुनकर हैरानी हुई। उसने परी से पूछा, “मुझे क्या करना होगा?”

तारा ने बताया, “वन के सबसे गहरे हिस्से में एक गुप्त गुफा है जहां एक दुष्ट जादूगर ने हमारे वन की सारी खुशियाँ कैद कर रखी हैं। तुम्हें वहाँ जाकर उन खुशियों को मुक्त करना होगा। यह बिल्कुल किसी fairy tales की तरह है।”

अर्जुन ने साहस के साथ इस चुनौती को स्वीकार किया और तारा के साथ गहरे वन की ओर बढ़ा। रास्ते में उन्हें कई fairy tales के जीव मिले जो उनकी मदद करने के लिए तैयार थे। जैसे-जैसे वे गुफा के पास पहुंचे, अर्जुन का दिल तेजी से धड़कने लगा। गुफा के द्वार पर एक बड़ा पत्थर था जिसे हटाना असंभव लग रहा था। यह एक परी कथा का एक और हिस्सा था।

तभी तारा ने अर्जुन को एक जादुई मंत्र बताया जिसका उपयोग करके पत्थर को हटाया जा सकता था। मंत्र पढ़ते ही पत्थर अपने आप हट गया और गुफा का रास्ता खुल गया। यह बिल्कुल एक fairy tales के जादू की तरह था। अंदर पहुँच कर अर्जुन ने देखा कि वहाँ एक बड़ा क्रिस्टल था जिसमें वन की सारी खुशियाँ कैद थीं।

अर्जुन ने तारा से पूछा, “अब हमें क्या करना होगा?”

तारा ने कहा, “तुम्हारे साहस और विश्वास के कारण इस क्रिस्टल को तोड़ा जा सकता है। बस तुम्हें इसे छूना होगा। यह एक fairy tales की तरह है जहां नायक का दिल ही सबसे बड़ी ताकत होती है।”

अर्जुन ने साहसिक कदम उठाया और क्रिस्टल को छूते ही एक चमकदार रोशनी फैल गई। अचानक, वन की सारी खुशियाँ वापस आ गईं और दुष्ट जादूगर का जादू टूट गया। यह एक fairy tales का सुखद अंत था।

अर्जुन ने तारा और अन्य जीवों के साथ मिलकर खुशियाँ मनाईं। जब वह वापस गाँव लौटने लगा, तो तारा ने उसे एक जादुई पंख दिया। “यह पंख तुम्हारे साहस और विश्वास का प्रतीक है। इसे कभी मत खोना,” तारा ने कहा। यह पंख भी एक fairy tales का हिस्सा लग रहा था।

अर्जुन ने उस पंख को संभाल कर रखा और गाँव लौट आया। उसने अपनी इस अद्भुत यात्रा की कहानी सबको सुनाई और सभी ने उसे सराहा। इस प्रकार, अर्जुन की जादुई वन की रहस्यमयी परी कथा एक प्रेरणा बन गई, जो एक सच्ची fairy tales की तरह थी।

अब, अर्जुन की कहानी village के लोगों के लिए एक नई fairy tales बन चुकी थी, जिसे वे पीढ़ी दर पीढ़ी सुनाते रहेंगे। यह कहानी साबित करती है कि fairy tales सिर्फ किताबों में नहीं, बल्कि हमारे अंदर होते हैं।

Leave a comment
 

We use cookies to personalise content and ads, and to analyse our traffic. We also share information about your use of our site with Google Ads and Google Analytics.

OKPrivacy Policy