वारी यात्रा पर अबू आजमी की टिप्पणी से विवाद गहराया। NCP और भाजपा ने तीखी आलोचना की और सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का आरोप लगाया। सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग।
Politics: समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक अबू आजमी एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं। इस बार उन्होंने महाराष्ट्र की ऐतिहासिक वारी यात्रा को लेकर टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने कहा कि इस यात्रा के कारण सड़कों पर भारी जाम लग जाता है। उनका यह बयान सामने आते ही महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मच गई है। खासकर महायुति सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने इसे सांप्रदायिक और भड़काऊ बताया है।
अबू आजमी ने क्या कहा
रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अबू आजमी ने कहा कि जब हिंदू समुदाय अपने पर्व मनाता है, तो मुसलमान कभी उसका विरोध नहीं करते। लेकिन जब मुसलमान सड़कों पर नमाज पढ़ते हैं, तो उसे लेकर शिकायतें होती हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुसलमानों ने कभी भी वारी यात्रा का विरोध नहीं किया, लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे नेता बार-बार सड़कों पर नमाज को लेकर बयान देते हैं।
NCP ने जताई तीखी नाराजगी
NCP के मुख्य प्रवक्ता आनंद परांजपे ने अबू आजमी की टिप्पणी को आपत्तिजनक और समाज को बांटने वाली बताया। उन्होंने कहा कि अबू आजमी अब महाराष्ट्र की राजनीति में एक जहरीला तत्व बनते जा रहे हैं, जो बार-बार विवादास्पद और सांप्रदायिक बयान देकर माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं। पार्टी ने सरकार से अबू आजमी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
वारकरी परंपरा और मुस्लिम सहभागिता
NCP ने वारी यात्रा की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक अहमियत पर भी जोर दिया। परांजपे ने कहा कि यह परंपरा 800 साल पुरानी है और इसमें राज्य भर से लाखों श्रद्धालु वारकरी संत ज्ञानेश्वर और संत तुकाराम की पालकी लेकर पंढरपुर तक यात्रा करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस यात्रा में मुस्लिम समुदाय के लोग भी सेवा करते हैं और यात्रा में शामिल होते हैं। ऐसे में इसे लेकर नकारात्मक टिप्पणी करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
हिंदू विरोध का आरोप
राज्य के बंदरगाह मंत्री और भाजपा नेता नितेश राणे ने भी अबू आजमी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि किसी को भी हिंदू संस्कृति और त्योहारों के बारे में इस तरह की टिप्पणी करने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि जब महाकुंभ और वारी जैसे आयोजन पूरे साल नहीं होते, तब भी इस तरह की आलोचना क्यों की जाती है। उन्होंने कहा कि क्या अब हम हज यात्रा पर सवाल उठाएं, यह कोई समाधान नहीं है।
सांप्रदायिक तनाव पैदा करने का प्रयास
NCP और भाजपा दोनों दलों का कहना है कि अबू आजमी जानबूझकर ऐसे बयान देते हैं जिससे समाज में सांप्रदायिक तनाव फैले। एनसीपी प्रवक्ता ने कहा कि यह बेहद संवेदनशील मामला है और इसे लेकर बयान देने से पहले नेताओं को सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह केवल राजनीति चमकाने का तरीका है, लेकिन इससे समाज को नुकसान हो सकता है।