बांग्लादेश चुनाव आयोग ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का वोटर आईडी ब्लॉक कर दिया है। इससे उनके फरवरी 2025 में होने वाले आम चुनाव में हिस्सा लेने और मतदान करने पर संकट गहरा गया है।
Bangladesh Election 2025: बांग्लादेश के चुनाव आयोग ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को बड़ा झटका दिया है। चुनाव आयोग ने उनके राष्ट्रीय पहचान पत्र (एनआईडी) को ब्लॉक कर दिया है, जिससे फरवरी 2025 में होने वाले आम चुनाव में उनके भाग लेने पर सवाल उठ गए हैं। इससे हसीना के समर्थकों और राजनीतिक हलकों में खलबली मची हुई है।
क्या है वोटर आईडी लॉक
चुनाव आयोग के सचिव अख्तर अहमद ने कहा कि जिन लोगों का एनआईडी कार्ड लॉक होता है, वे विदेश से मतदान नहीं कर सकते हैं। हसीना का एनआईडी कार्ड लॉक हो गया है, जिससे उनका मतदान प्रभावित हो सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, हसीना की छोटी बहन शेख रेहाना, बेटे सजीब वाजेद जॉय और बेटी साईमा वाजेद पुतुल के एनआईडी भी लॉक कर दिए गए हैं।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इस निर्णय के बाद हसीना चुनाव लड़ पाएंगी या नहीं। इस कदम को उनके राजनीतिक करियर और आगामी चुनाव की संभावनाओं के लिए बड़ा चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है।
अन्य नेताओं और रिश्तेदारों पर भी रोक
सूत्रों के अनुसार हसीना के करीबी सहयोगियों और परिवार के अन्य सदस्यों को भी मतदान से रोक दिया गया है। इनमें रेहाना की बेटियां तुलिप रिजवाना सिद्दीक और अजमीना सिद्दीक, भतीजे रदवान मुजीब सिद्दीक बॉबी, पूर्व सुरक्षा सलाहकार मेजर जनरल तारीक अहमद सिद्दीक और उनकी पत्नी तथा बेटी बुशरा सिद्दीक शामिल हैं।
अख्तर अहमद ने बताया कि जो लोग कानूनी कारणों या अन्य वजह से विदेश में हैं, वे तब तक मतदान कर सकते हैं जब तक उनके एनआईडी कार्ड सक्रिय हैं। यह निर्णय बांग्लादेश के राजनीतिक समीकरण पर असर डाल सकता है।
2024 में शेख हसीना की अपदस्थता
शेख हसीना की अवामी लीग सरकार को पांच अगस्त 2024 को छात्रों के नेतृत्व में हिंसक आंदोलन के बाद सत्ता से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद हसीना देश छोड़कर भारत चली गई थीं। अपदस्थ होने के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार बने और अवामी लीग की गतिविधियों पर रोक लगा दी गई।
वर्तमान में शेख हसीना के खिलाफ बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में उनका मुकदमा चल रहा है। अभियोजकों ने जुलाई 2024 के विद्रोह के दौरान कथित अत्याचारों के लिए हसीना को मृत्युदंड देने का अनुरोध किया है।
आवामी लीग के नेता की स्थिति
शेख हसीना के अपदस्थ होने के बाद आवामी लीग के ज्यादातर वरिष्ठ नेता या तो छुपकर रह रहे हैं या निर्वासन में हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान उनके कई घरों को नुकसान पहुंचा है। इनमें ढाका स्थित शेख मुजीबुर रहमान का 32 धनमंडी निवास भी शामिल है। पार्टी के कई प्रमुख नेताओं को सुरक्षा की दृष्टि से घर छोड़ना पड़ा है।