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China का ‘वर्ल्ड सुपरमार्केट’ बदल रहा रणनीति, अमेरिका से मुंह मोड़कर नए बाजारों की ओर

China का ‘वर्ल्ड सुपरमार्केट’ बदल रहा रणनीति, अमेरिका से मुंह मोड़कर नए बाजारों की ओर

चीन का Yiwu इंटरनेशनल ट्रेड मार्केट, जो पहले अमेरिका को बड़े पैमाने पर सामान सप्लाई करता था, अब अमेरिकी टैरिफ और ट्रेड वार के कारण अपना रुख बदल रहा है। अब यह मार्केट मिडिल ईस्ट, साउथ ईस्ट एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका की ओर ध्यान दे रहा है। अमेरिकी ऑर्डर कम होने से चीन को छोटे ऑर्डर लेने पड़ रहे हैं, जिससे मार्जिन भी कम हो रहा है।

China News: चीन का Yiwu इंटरनेशनल ट्रेड मार्केट, जो विश्वभर को क्रिसमस डेकोरेशन और अन्य सामान सप्लाई करता है, अब अमेरिकी टैरिफ और ट्रेड वार की वजह से अपना व्यापारिक रुख बदल रहा है। अमेरिका को होने वाले एक्सपोर्ट में गिरावट के चलते मार्केट अब मिडिल ईस्ट, साउथ ईस्ट एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका की ओर देख रहा है। इससे चीन के सप्लायर्स को छोटे-छोटे ऑर्डर लेने पड़ रहे हैं और मार्जिन कम हो रहा है, लेकिन ये बदलाव लंबे समय तक अमेरिकी मार्केट पर निर्भर रहने की तुलना में सुरक्षित रणनीति माना जा रहा है।

अमेरिकी बाजार पर टैरिफ का असर

पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक संबंधों में अनिश्चितताओं ने अमेरिकी बाजार को चीन के लिए चुनौतीपूर्ण बना दिया है। अमेरिकी कंपनियों ने चीन से आने वाले माल पर भारी टैरिफ लगाया है, जो अब करीब 55 प्रतिशत तक पहुंच गया है। पहले यह दर ट्रंप के शासनकाल में 25 प्रतिशत थी। इसी वजह से अमेरिका के ऑर्डर्स में गिरावट आई है और Yiwu मार्केट के लिए यह बड़ा झटका साबित हुआ है।

Yiwu के स्पोंज और क्लीनिंग सप्लाइज बेचने वाले दुकानदार बताते हैं कि उनके ग्राहक अब अमेरिका की बजाय मिडिल ईस्ट और साउथ ईस्ट एशिया से ज्यादा आ रहे हैं। एक्सपोर्ट डेटा के अनुसार, आठ साल पहले Yiwu से अमेरिका को जाने वाले सामान का हिस्सा लगभग 20 प्रतिशत था, जो पिछले साल घटकर 15 प्रतिशत पर आ गया और अब यह और नीचे गिर रहा है।

Yiwu मार्केट का नया फोकस: नए देश

Yiwu मार्केट अब अपने उत्पादों को नए देशों में सप्लाई करने पर ध्यान दे रहा है। मार्केट में अब अरब, कोरियाई और रूसी भाषा के बोर्ड ज्यादा नजर आते हैं, जबकि पहले इंग्लिश और चीनी बोर्ड प्रमुख थे। कई दुकानों ने अपने प्रोडक्ट को हिजाब और मिडिल ईस्ट के ग्राहक की पसंद के अनुसार रखना शुरू कर दिया है। लैटिन अमेरिका से बढ़ती डिमांड को देखते हुए Yiwu के ऑफिसर्स ने स्पैनिश क्लासेस भी शुरू की हैं, ताकि स्थानीय व्यापारियों के साथ बेहतर संबंध बनाए जा सकें।

मिडिल ईस्ट की 10 बड़ी इकॉनमीज को चीन का एक्सपोर्ट इस साल 13 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि अफ्रीका को जाने वाले एक्सपोर्ट में 24 प्रतिशत तक का उछाल देखा गया है। ऐसे में चीन के सप्लायर्स अब अमेरिका पर पहले जैसा भरोसा नहीं कर रहे और धीरे-धीरे नए उभरते बाजारों की ओर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

Yiwu मार्केट का बदलता चेहरा

Yiwu मार्केट अब बच्चों और छोटे उत्पादों के लिए अधिक जाना जाता है। मार्केट में अब दुकानों के बाहर खिलौने बिखरे नजर आते हैं और लिफ्ट-एस्केलेटर बच्चों की सुरक्षा के नाम पर रोके गए हैं। पहले अमेरिकी खरीदारों की भारी भीड़ होती थी, लेकिन अब खरीदार कम और स्थानीय परिवार व बच्चों की भीड़ ज्यादा दिखती है।

Yiwu मार्केट का नया रुख यही दिखा रहा है कि चीन अपनी रणनीति को बदलकर अमेरिका की बजाय नए उभरते बाजारों की ओर देख रहा है। यह बदलाव न केवल मार्केट की व्यापारिक गतिविधियों में नजर आ रहा है, बल्कि मार्केटिंग, प्रोडक्ट प्लेसमेंट और भाषा उपयोग में भी स्पष्ट है।

चुनौतीपूर्ण परिस्थिति

हालांकि नए बाजारों में ग्रोथ धीमी है, लेकिन यह चीन के लिए सुरक्षित और स्थिर विकल्प माना जा रहा है। अमेरिकी ऑर्डर के मुकाबले इन नए बाजारों से छोटे ऑर्डर्स मिलने से मार्जिन कम होता है, लेकिन जोखिम कम रहता है। यह चीन के सप्लायर्स के लिए लंबी अवधि में फायदे का सौदा हो सकता है।

हाल ही में अमेरिका और चीन के बीच मेड्रिड में ट्रेड टॉक्स हुए, लेकिन इसका नतीजा सिर्फ TikTok के divestiture पर ‘फ्रेमव्रक’ एग्रीमेंट तक सीमित रहा। अमेरिकी टैरिफ का मसला जस का तस बना हुआ है। अमेरिकी कंपनियां अभी भी चीन से आने वाले माल पर भारी शुल्क झेल रही हैं और बढ़ती लागत के कारण कीमतें बढ़ाने की संभावना भी है।

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