Columbus

बिहार चुनाव 2025: राज ठाकरे ने वोट चोरी मामले में चुनाव आयोग को लिया आड़े हाथ, बोले- पिछले दस वर्षों से वोट चोरी हो रही

बिहार चुनाव 2025: राज ठाकरे ने वोट चोरी मामले में चुनाव आयोग को लिया आड़े हाथ, बोले- पिछले दस वर्षों से वोट चोरी हो रही

राज ठाकरे ने पिछले 10 सालों से वोट चोरी का आरोप लगाया। कार्यकर्ताओं से मतदाता सूची जांचने की अपील की। चुनाव आयोग पर मामले को दबाने का आरोप।

Bihar: बिहार चुनाव से पहले वोटिंग प्रक्रिया और मतदाता सूची का मुद्दा राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी वोटर अधिकार यात्रा के दौरान इस विषय पर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इसी बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ठाकरे का कहना है कि पिछले दस वर्षों से वोट चोरी हो रही है और चुनाव आयोग इस मामले की जांच करने में विफल रहा है।

वोट चोरी का आरोप पिछले 10 सालों से

राज ठाकरे ने स्पष्ट किया कि पिछले 10 वर्षों से चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी हो रही है। उन्होंने कहा कि 2016 से इस मुद्दे पर उन्होंने विपक्षी नेताओं के साथ बातचीत की है। ठाकरे ने शरद पवार, सोनिया गांधी और ममता बनर्जी से भी इस विषय पर चर्चा की और उम्मीद जताई कि चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए। उनका कहना था कि चुनाव आयोग जानबूझकर इस मामले को दबा रहा है क्योंकि पिछले वर्षों की वोट चोरी उजागर होने का डर है।

मतदाता सूची की सावधानीपूर्वक जांच का आग्रह

ठाकरे ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे मतदाता सूची की पूरी तरह से जांच करें। उनका कहना था कि जब तक मतदाता सूची सही नहीं होगी, वोट चोरी की समस्या बनी रहेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि प्रत्येक वोट की वैधता सुनिश्चित करें ताकि भविष्य में वोट चोरी की घटनाओं को रोका जा सके।

एमएनएस की पिछली हार और वोटों का मुद्दा

राज ठाकरे ने 2024 में हुए विधानसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके उम्मीदवार इसलिए हार गए क्योंकि उनके लिए डाले गए वोट कभी उनके पास नहीं पहुंचे। उन्होंने बताया कि एमएनएस ने पिछले चुनावों में एक भी सीट जीतने में सफलता नहीं पाई। इस हार को उन्होंने सीधे वोट चोरी और गड़बड़ी से जोड़ा।

विपक्षी नेताओं से की चर्चा

ठाकरे ने बताया कि उन्होंने इस विषय पर शरद पवार, सोनिया गांधी और ममता बनर्जी से मुलाकात की। उन्होंने विपक्षी नेताओं से इस बात पर जोर दिया कि वोट चोरी के मामले को उजागर करना जरूरी है और चुनाव आयोग को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। उनका मानना है कि यदि वोटिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं होगी, तो लोकतंत्र की नींव कमजोर हो जाएगी।

चुनाव आयोग पर संदेह

राज ठाकरे ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग ने पिछले दशकों में वोट चोरी के कई मामलों की जांच नहीं की। उनका कहना था कि यदि आयोग ने समय पर कार्रवाई की होती, तो मतदाता सूची में गड़बड़ी और वोटों की चोरी का पर्दाफाश हो सकता था। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ महाराष्ट्र या बिहार का मुद्दा नहीं है बल्कि पूरे देश के लोकतांत्रिक ढांचे के लिए गंभीर चुनौती है।

जनता को जागरूक करने की अपील

ठाकरे ने जनता से भी अपील की कि वे अपने मताधिकार के प्रति जागरूक रहें। उन्होंने कहा कि हर मतदाता को अपने वोट की वैधता सुनिश्चित करनी चाहिए और फर्जी वोटर सूची या किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के खिलाफ सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे लोगों को मतदाता सूची की जांच और शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया के बारे में मार्गदर्शन दें।

Leave a comment