सीएम नीतीश कुमार ने पटना मेट्रो का उद्घाटन किया और भूतनाथ स्टेशन तक सफर किया। मेट्रो सेवाएं 7 अक्टूबर से शुरू होंगी। इसके अलावा ब्लू लाइन पर आईएसबीटी से भूतनाथ स्टेशन तक संचालन होगा।
Patna: बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना मेट्रो का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने पाटलिपुत्र बस डिपो (आईएसबीटी) से मेट्रो की सवारी शुरू की और भूतनाथ स्टेशन तक का सफर किया। उद्घाटन समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विधानसभा स्पीकर विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे। जनता के लिए मेट्रो सेवाएं 7 अक्टूबर से शुरू होंगी। पटना मेट्रो के उद्घाटन के साथ ही पटना देश का 24वां मेट्रो शहर बन गया है।
मेट्रो परियोजना: शहर की ट्रैफिक समस्या का समाधान
पटना मेट्रो को शहर की बढ़ती ट्रैफिक समस्या को कम करने और सार्वजनिक परिवहन को मजबूत बनाने के लिए तैयार किया गया है। पहले चरण में मेट्रो ब्लू लाइन (कॉरिडोर-2) के प्राथमिक भाग पर संचालन शुरू किया गया है। यह रूट आईएसबीटी स्टेशन से जीरो माइल और भूतनाथ स्टेशन तक फैला है, जिसकी लंबाई 4.5 किलोमीटर है।
इस रूट पर अधिकतम किराया 30 रुपये तय किया गया है, जबकि एक स्टेशन का सफर करने के लिए 15 रुपये का शुल्क लगेगा। मेट्रो सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी और हर 20 मिनट में ट्रेन उपलब्ध होगी।
ट्रेन का विवरण
प्रत्येक ट्रेन में तीन कोच होंगे, जो लगभग 138 बैठे और 945 खड़े यात्रियों को ले जाने में सक्षम हैं। कोचों को मधुबनी पेंटिंग से सजाया गया है, जिससे बिहार की सांस्कृतिक पहचान झलकती है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए 360 डिग्री सीसीटीवी कैमरे, इमरजेंसी बटन और ड्राइवर से सीधी बातचीत के लिए माइक लगाए गए हैं। महिलाओं और दिव्यांगों के लिए 12 आरक्षित सीटें रखी गई हैं।
मेट्रो संचालन की टाइमलाइन
पटना मेट्रो को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। इसकी योजना 2013 में बनाई गई थी और 11 जून 2013 को कैबिनेट ने डीपीआर तैयार करने की मंजूरी दी। जून 2014 में प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिली, जो पांच चरणों में प्रस्तावित है। 17 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले कॉरिडोर की आधारशिला रखी।
प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी
18 फरवरी 2019 को पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PMRCL) की स्थापना हुई और इसे प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी सौंपी गई। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) को सलाहकार के रूप में चुना गया। 4 मार्च 2019 को PMRCL ने इंदिरा भवन में अपना कार्यालय खोला। जनवरी 2022 में L&T कंपनी ने फेज-1 के कॉरिडोर-2 के डिजाइन और निर्माण का ऑर्डर हासिल किया। पहले फेज में पांच स्टेशन पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है।
कुल लागत और वित्तीय योगदान
पटना मेट्रो परियोजना की कुल अनुमानित लागत 13,925.5 करोड़ रुपये है। इस लागत में बिहार सरकार, केंद्र सरकार और जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) का योगदान शामिल है। प्रोजेक्ट का उद्देश्य न केवल शहर के यातायात को नियंत्रित करना है, बल्कि पर्यावरण अनुकूल और सुरक्षित सार्वजनिक परिवहन प्रणाली भी उपलब्ध कराना है।
पटना मेट्रो का उद्घाटन न केवल शहरवासियों के लिए सुविधा का कारण बनेगा, बल्कि यह बिहार के विकास और निवेश के दृष्टिकोण को भी मजबूत करेगा। मेट्रो परियोजना से रोजाना हजारों लोग सुरक्षित और समय पर यात्रा कर सकेंगे।