मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत मधुबनी की महिलाओं को 10,000 रुपये की पहली किस्त सीधे बैंक खाते में मिलेगी। योजना महिलाओं को स्वरोजगार और उद्यमिता के लिए वित्तीय मदद और ऋण सुविधा भी प्रदान करेगी।
Patna: बिहार सरकार ने महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना शुरू की है। इस योजना के तहत मधुबनी जिले की महिलाएं सीधे बैंक खाते में आर्थिक सहायता प्राप्त करेंगी। योजना की पहली किस्त के रूप में 10,000 रुपये हर लाभार्थी महिला के खाते में सीधे ट्रांसफर किए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें अपने व्यवसाय को शुरू करने के लिए वित्तीय समर्थन देना है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल से यह योजना डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से लागू की जा रही है। योजना में लाभ पाने वाली महिलाएं जीविका स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ी होनी चाहिए। यदि कोई महिला इस समूह से जुड़ी नहीं है, तो पहले उसे जीविका समूह में शामिल होना होगा।
पहली किस्त का ट्रांसफर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 26 सितंबर को योजना की पहली किस्त के रूप में 10,000 रुपये सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे। इस अवसर पर जिला स्तर, प्रखंड एवं वार्डों तथा ग्राम स्तर के जीविका समूहों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा, ताकि सभी लाभार्थी महिलाएं इसे देख सकें।
इस संबंध में बीडीओ (Block Development Officer) मनोज कुमार राय ने अपने कार्यालय कक्ष में सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में अंचल अधिकारी पुरुषोत्तम कुमार, सीडीपीओ राखी कुमारी, प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सह बीपीआरओ कैलाश कुमार, और जीविका के बीटीएम विकास कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बीडीओ ने बताया कि योजना के पहले चरण में प्रत्येक महिला को 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह राशि महिलाओं को अपना स्वरोजगार शुरू करने में मदद करेगी। व्यवसाय की स्थिति और क्षमता के आधार पर महिलाओं को 15,000 रुपये, 75,000 रुपये या अधिकतम 2 लाख रुपये तक का ऋण भी उपलब्ध कराया जाएगा।
ऋण पर ब्याज दर 12 प्रतिशत प्रति वर्ष निर्धारित की गई है और इसे चुकाने की अवधि 1 से 3 साल के बीच तय की गई है, ताकि महिलाओं पर वित्तीय दबाव न पड़े।
स्वरोजगार और उद्यमिता में महिलाओं की भूमिका
इस योजना का उद्देश्य केवल आर्थिक सहायता प्रदान करना नहीं है। सरकार महिलाओं को उद्यमिता (Entrepreneurship) और तकनीकी प्रशिक्षण के माध्यम से पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। महिलाओं को स्वरोजगार के लिए सक्षम बनाना, उनके परिवार और समाज में उनकी स्थिति मजबूत करना, और रोजगार सृजन में उनका योगदान बढ़ाना इस योजना का मुख्य लक्ष्य है।
मधुबनी जिले में यह योजना विशेष रूप से जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को लाभान्वित करेगी। इस समूह में शामिल महिलाएं आपस में मिलकर सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों में भाग लेती हैं। योजना के तहत महिलाएं अपने व्यवसाय की योजना तैयार कर सकती हैं और बैंक से वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकती हैं।
आवेदन प्रक्रिया
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का लाभ पाने के लिए आवश्यक है कि महिला पहले जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हो। इसके बाद आवेदन प्रक्रिया में निम्नलिखित विवरण देना होगा:
- मोबाइल नंबर
- आधार नंबर
- बैंक अकाउंट नंबर
व्यवसाय प्रारंभ करने का विवरण
साथ ही आवेदक महिला को आधार कार्ड, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो और सादे कागज पर साइन करके इसे स्कैन कर अपलोड करना होगा। इस प्रक्रिया के माध्यम से आवेदन डिजिटल रूप से सत्यापित किया जाएगा और बैंक खाते में राशि सीधे ट्रांसफर की जाएगी।
योजना का महत्व और लाभ
यह योजना महिलाओं के लिए आर्थिक सशक्तिकरण का अवसर प्रदान करती है। इससे महिलाएं न केवल अपने व्यवसाय शुरू कर सकती हैं, बल्कि अपने परिवार और समाज में आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन सकती हैं।
सरकार की योजना महिलाओं को स्वरोजगार और वित्तीय सुरक्षा के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने पर केंद्रित है। इससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और रोजगार सृजन में उनका योगदान बढ़ेगा।
योजना के तहत ऋण सुविधा भी महिलाओं को दी जा रही है, जिससे वे अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकें। ब्याज दर और चुकाने की अवधि को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित किया गया है कि महिलाएं वित्तीय बोझ महसूस न करें।
जिला स्तर पर तैयारियों का जायजा
मधुबनी जिले में योजना के सुचारू संचालन के लिए जिला स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बीडीओ मनोज कुमार राय ने सभी प्रखंड और पंचायत स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक कर योजना की कार्यवाही सुनिश्चित की।
प्रखंड और ग्राम स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और प्रत्येक महिला को सीधे बैंक खाते में राशि ट्रांसफर की जाएगी। योजना के पहले चरण का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा, ताकि महिलाओं को इसका लाभ तुरंत दिखाई दे।