राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने डीग दौरे पर गौ-आराधन महोत्सव में भाग लिया और गौशालाओं के लिए अनुदान बढ़ाने व बैलों से खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहन देने की घोषणा की।
डीग: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने डीग जिले के गुहाना में आयोजित श्री कृष्ण - बलराम गौ-आराधन महोत्सव में भाग लेकर गौ माता के संरक्षण और सेवा का संकल्प लिया। इस दौरान उन्होंने पंजीकृत गौशालाओं के लिए अनुदान वृद्धि करने और छोटे व सीमांत किसानों को बैलों से खेती करने के लिए प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने महोत्सव के माध्यम से सनातन संस्कृति के संरक्षण और धार्मिक स्थलों के विकास के महत्व पर जोर दिया।
गौ संरक्षण के लिए नई योजनाएं
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि गौ माता हमारी संस्कृति में सर्वोपरि है और उसे देवत्व का प्रतीक माना जाता है। उन्होंने पंजीकृत गौशालाओं के लिए मिलने वाले अनुदान को बढ़ाकर 50 रुपये प्रति गाय प्रतिदिन और छोटे बछड़ों के लिए 25 रुपये प्रतिदिन करने की घोषणा की। यह निर्णय गौ संरक्षण के क्षेत्र में सरकार का एक बड़ा और सकारात्मक कदम है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे न केवल गौ माता की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि किसानों को भी आर्थिक मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और कृषि पर निर्भर समुदाय के लिए लाभकारी साबित होगी।
किसानों को बैल खेती पर 30 हजार रुपये का प्रोत्साहन
भजनलाल शर्मा ने यह भी घोषणा की कि बजट वर्ष 2025-26 में लघु और सीमांत किसानों को बैलों से खेती करने पर 30 हजार रुपये प्रतिवर्ष प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उनका कहना था कि इससे परंपरागत कृषि पद्धति को बढ़ावा मिलेगा और किसानों की आय में सुधार होगा।
मुख्यमंत्री ने किसानों को यह भी आश्वासन दिया कि सरकार उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं को प्राथमिकता से समझेगी। उन्होंने कहा कि यह पहल ग्रामीण समाज में आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटनो का विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में सनातन संस्कृति का उत्थान हो रहा है। उन्होंने अयोध्या में श्रीराम मंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और महाकाल कॉरिडोर का निर्माण उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया।
भजनलाल शर्मा ने यह भी कहा कि सरकार ने खाटू श्याम जी मंदिर, पूंछरी का लौठा और अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों के विकास के लिए बजट में विशेष प्रावधान किए हैं। इसके अलावा, श्रीकृष्ण गमन पथ के निर्माण से धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
संतों और संस्कृति के महत्व पर मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री ने कहा कि संत समाज और उनके उपदेश हमारी संस्कृति के संरक्षण में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने भागवत कथा का श्रवण किया और इसे जीवन में सुख, शांति और संतोष प्राप्त करने का मार्ग बताया।
सीएम ने आम जनता से आह्वान किया कि वे गौ माता की सेवा और संस्कृति के संरक्षण का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि हमारी परंपरा में भगवान श्रीकृष्ण और संतों के आदर्श हमें नैतिक और सामाजिक दिशा प्रदान करते हैं।