‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ के तीसरे सीजन ने एक बार फिर अपनी लोकप्रियता का लोहा मनवाया है। यह सीजन 21 जून 2025 को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर शुरू हुआ था और पहले ही एपिसोड में सुपरस्टार सलमान खान बतौर गेस्ट नजर आए।
The Great Indian Kapil Show: भारत के सबसे लोकप्रिय कॉमेडी सितारों में शुमार कपिल शर्मा एक बार फिर अपने शो ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ के तीसरे सीजन के साथ ओटीटी पर लौटे हैं। लेकिन इस बार उनके फैंस की प्रतिक्रिया उम्मीद के अनुसार नहीं रही है। नेटफ्लिक्स पर प्रसारित हो रहे इस सीजन को शुरुआती कुछ एपिसोड्स के बाद तेजी से दर्शकों ने नजरअंदाज करना शुरू कर दिया और अब यह शो ओटीटी की टॉप-10 गैर-अंग्रेजी शो लिस्ट से बाहर हो चुका है।
शानदार शुरुआत, लेकिन धीमी पड़ गई रफ्तार
21 जून 2025 को लॉन्च हुए इस नए सीजन का पहला एपिसोड दर्शकों को काफी पसंद आया, जिसकी सबसे बड़ी वजह थी सलमान खान की गेस्ट एंट्री। नेटफ्लिक्स की गैर-अंग्रेजी कंटेंट की वैश्विक सूची में शो ने चौथा स्थान हासिल किया था। हालांकि, यह लोकप्रियता क्षणिक साबित हुई। दूसरे सप्ताह में शो सातवें स्थान पर फिसल गया और तीसरे और चौथे सप्ताह में तो टॉप-10 से ही बाहर हो गया। इससे साफ है कि शो की पकड़ धीरे-धीरे कमजोर होती जा रही है।
नेटफ्लिक्स हर सप्ताह अपने प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध गैर-अंग्रेजी शो के कुल व्यूज और वॉचिंग ऑवर्स के आधार पर टॉप-10 लिस्ट जारी करता है। यहां पर प्रत्येक एपिसोड के आंकड़े नहीं दिए जाते, बल्कि हफ्ते में मौजूद सभी एपिसोड का कुल वॉच टाइम और स्ट्रीमिंग मिनट्स को आधार बनाया जाता है। इसका सीधा अर्थ यह है कि यदि शो में नयापन और निरंतरता नहीं है, तो शुरुआती क्लिक के बावजूद उसे लंबी अवधि तक बनाए रखना मुश्किल हो जाता है।
ओटीटी पर क्यों नहीं चला कपिल शर्मा का शो?
इस सवाल का जवाब ओटीटी विशेषज्ञ गिरीश वानखेड़े ने दिया। उन्होंने अमर उजाला से बातचीत में बताया, कपिल शर्मा का शो ओटीटी पर नहीं चल पाया क्योंकि इसका कंटेंट टीवी वाला ही है, जो ओवरएक्सपोज हो चुका है। ओटीटी दर्शक ज्यादा सोचने-समझने वाले और नए अनुभव की तलाश में होते हैं। अगर शो में गहराई या नया एंगल नहीं है तो वो उसे छोड़ देते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि ओटीटी पर कामयाबी का असली पैमाना सिर्फ व्यूज नहीं, बल्कि औसतन कितनी देर तक शो देखा गया, यह भी होता है। गिरीश आगे कहते हैं, अगर कोई एपिसोड 51 मिनट लंबा है और लोग उसे 2-3 मिनट के बाद ही बंद कर देते हैं, तो यह सिर्फ एक क्लिक है, व्यूअरशिप नहीं। यही ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ के साथ हो रहा है।
लोग उसे उत्सुकता से खोलते हैं लेकिन लंबी अवधि तक नहीं देखते। यह बयान नेटफ्लिक्स के अल्गोरिदम को भी सही ठहराता है, जहां क्लिकबेट शो तो जगह पा सकते हैं, लेकिन कंसिस्टेंट और एंगेजिंग कंटेंट ही लंबा टिकता है। टीवी दर्शक आमतौर पर पारंपरिक फॉर्मेट और रिपीट कंटेंट के अभ्यस्त होते हैं। वहीं ओटीटी पर दर्शकों के पास अनगिनत विकल्प होते हैं—थ्रिलर, ड्रामा, डॉक्यूमेंट्री, सस्पेंस, कॉमेडी आदि। कपिल शर्मा का शो जब टीवी पर आता था, तब उसके पास एक स्थायी दर्शक वर्ग था।