ई-कॉमर्स सेक्टर में लगातार बढ़ती मांग और क्विक कॉमर्स सेगमेंट में कुछ कंपनियों की मजबूत होती बाजार हिस्सेदारी को देखते हुए, ब्रोकरेज हाउस इन कंपनियों के शेयरों में आने वाले समय में तेज़ी की संभावना जता रहे हैं।
डिजिटल इंडिया की रफ्तार के साथ अब देश की ई-कॉमर्स और ऑनलाइन डिलीवरी कंपनियों के अच्छे दिन लौटते नजर आ रहे हैं। ICICI सिक्योरिटीज की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून तिमाही में डिजिटल कंपनियों के प्रदर्शन में सुधार दर्ज हुआ है। खासकर Zomato, Swiggy, Delhivery और Nykaa जैसे बड़े नामों ने अच्छी ग्रोथ दिखाई है।
डिस्काउंट और खर्च पर लगाम से दिखा असर
रिपोर्ट बताती है कि इस तिमाही में कंपनियों ने भारी छूट (डिस्काउंट) देना कम किया है। पहले जहां कस्टमर को लुभाने के लिए बड़ी मात्रा में छूट दी जाती थी, अब कंपनियां बिना ज्यादा ऑफर के भी ऑर्डर हासिल कर रही हैं। साथ ही, विज्ञापन पर खर्च और नए स्टोर खोलने की रफ्तार में भी कमी देखी गई है। इससे कंपनियों की लागत में कटौती हुई है और ऑपरेटिंग मार्जिन में सुधार आया है।
Blinkit और Instamart ने बढ़ाया दबदबा
इस तिमाही में क्विक कॉमर्स कंपनियों जैसे Blinkit और Instamart की ग्रोथ काफी तेज रही। Blinkit की ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) में 25.6 प्रतिशत और Instamart की GOV में 22.6 प्रतिशत की बढ़त दर्ज हुई है। इसका मतलब है कि इन दोनों कंपनियों ने न केवल बाजार में अपनी स्थिति मजबूत की है बल्कि दूसरे प्रतियोगियों से आगे भी निकली हैं।
हालांकि इन कंपनियों को अब भी घाटा हो रहा है। Blinkit को करीब 1500 करोड़ और Instamart को 9100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, लेकिन यह नुकसान पिछली तिमाही की तुलना में कम हुआ है। Blinkit के EBITDA में 0.7 प्रतिशत और Instamart के EBITDA में 2.2 प्रतिशत का सुधार दर्ज हुआ है।
Zomato का कारोबार फिर जोश में
Zomato ने इस तिमाही में न सिर्फ फूड डिलीवरी में ग्रोथ दिखाई बल्कि उसके दूसरे बिजनेस Hyperpure की भी आमदनी तेजी से बढ़ी। फूड डिलीवरी GOV में 10.8 प्रतिशत की तिमाही ग्रोथ रही, जबकि सालाना आधार पर यह ग्रोथ 17 प्रतिशत के पार रही। Hyperpure की आय में 64 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की गई है।
कंपनी का एडजस्टेड ऑपरेटिंग मुनाफा 201 करोड़ रुपये रहा और नेट प्रॉफिट 27.7 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो कंपनी के पिछले प्रदर्शन की तुलना में काफी बेहतर है।
Swiggy ने भी दिखाई मजबूती, Instamart बनी चुनौती
Swiggy ने भी Q1FY26 में अच्छा प्रदर्शन किया है। फूड डिलीवरी GOV में 9.8 प्रतिशत की बढ़त रही और इस सेगमेंट से कंपनी ने 220 करोड़ रुपये का ऑपरेटिंग मुनाफा कमाया। यह पहली बार है जब कंपनी के इस हिस्से से अच्छा मुनाफा आया है।
हालांकि, Instamart की वजह से कंपनी को अब भी भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। ICICI की रिपोर्ट के मुताबिक, Instamart को करीब 9100 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। इसके बावजूद कंपनी की मार्जिन में सुधार हुआ है और नुकसान की रफ्तार कुछ धीमी हुई है।
Nazara को अधिग्रहण का फायदा, Matrimony कमजोर
Nazara Technologies ने इस तिमाही में 107 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की, जो हाल ही में हुए अधिग्रहणों की वजह से है। हालांकि कंपनी का मुनाफा पिछली तिमाही की तुलना में 9 प्रतिशत और सालाना आधार पर 36 प्रतिशत कम हुआ है। दूसरी तरफ Matrimony.com की आमदनी और मुनाफा दोनों में गिरावट आई है। कंपनी का मुनाफा करीब 49 प्रतिशत घट गया है, जो चिंता का विषय बना हुआ है।
Delhivery को मिला सबसे ज्यादा फायदा
ई-कॉमर्स डिमांड बढ़ने से Delhivery को इस तिमाही में सबसे ज्यादा फायदा मिला। कंपनी के एक्सप्रेस पार्सल वॉल्यूम में 15.8 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई, जबकि कुल आय में 8.8 प्रतिशत की बढ़त रही। EBITDA में कंपनी ने सालाना आधार पर 96 प्रतिशत की बड़ी छलांग लगाई है। इस तिमाही में Delhivery को 59.3 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में उसे घाटा हो रहा था।
Info Edge और IndiaMART का संतुलित प्रदर्शन
Info Edge – जो Naukri.com जैसे पोर्टल का संचालन करती है – ने भी इस तिमाही में स्थिर प्रदर्शन दिखाया। कंपनी की आमदनी में 8.7 प्रतिशत और मुनाफे में 19 प्रतिशत की बढ़त देखी गई। IndiaMART ने भी 11 प्रतिशत की सालाना बढ़त दर्ज की, हालांकि कंपनी का मुनाफा थोड़ा घटा है क्योंकि उसने मार्केटिंग खर्च बढ़ाया।
Nykaa के सौंदर्य उत्पादों की बिक्री में बढ़त
Nykaa का ब्यूटी प्रोडक्ट सेगमेंट अब भी उसका मजबूत पक्ष बना हुआ है। इस तिमाही में ब्यूटी प्रोडक्ट्स की बिक्री में 24 प्रतिशत की सालाना बढ़त हुई, जबकि फैशन सेगमेंट में 16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। कंपनी का EBITDA 47 प्रतिशत बढ़कर 140 करोड़ रुपये तक पहुंचा और मुनाफा बढ़कर 30 करोड़ रुपये हो गया।
ब्रोकरेज की नजर में कौन रहा सबसे आगे
ICICI सिक्योरिटीज ने Eternal और Delhivery को अपनी पसंदीदा डिजिटल कंपनियों की सूची में रखा है। साथ ही, Swiggy को लेकर भी उनका नजरिया सकारात्मक बताया गया है। रिपोर्ट बताती है कि इन कंपनियों में बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने की क्षमता है और इनके घाटे धीरे-धीरे कम हो रहे हैं।
ई-कॉमर्स और डिजिटल डिलीवरी के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा भले ही बढ़ी हो, लेकिन जिन कंपनियों ने लागत नियंत्रण, सेवा की गुणवत्ता और तकनीकी विस्तार पर ध्यान दिया, वे अब धीरे-धीरे मुनाफे की राह पर लौटती दिख रही हैं। इस रिपोर्ट से यह भी साफ होता है कि क्विक कॉमर्स अब सिर्फ एक प्रयोग नहीं बल्कि मुख्यधारा का हिस्सा बनता जा रहा है।