देशभर में कोरोना वायरस के मामलों में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है, और इसका असर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी साफ नजर आ रहा है। हालात चिंताजनक बनते जा रहे हैं, क्योंकि दिल्ली में कोविड से एक और मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।
Delhi Corona: देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर कोरोना वायरस का साया मंडराने लगा है। शनिवार को एक और मरीज की मौत के साथ इस साल की शुरुआत यानी 1 जनवरी से अब तक कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 17 हो चुकी है। राहत की बात यह है कि बीते 24 घंटे में कोई नया संक्रमित केस सामने नहीं आया, लेकिन एक और मौत ने चिंता जरूर बढ़ा दी है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दिल्ली में सक्रिय मामलों की संख्या 557 रह गई है। वहीं शनिवार को 154 मरीजों ने कोरोना को मात दी और ठीक होकर घर लौटे। अब तक इस साल कुल 2835 कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
कमजोर इम्युनिटी वालों पर है ज्यादा खतरा
विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार जिस वेरिएंट की वजह से संक्रमण में वृद्धि हो रही है, वह है ओमिक्रॉन और इसके सब-वैरिएंट्स NB.1.8.1 और XFG। इन वेरिएंट्स को तुलनात्मक रूप से हल्के लक्षणों वाले माना जा रहा है, लेकिन इसका असर उन लोगों पर गंभीर हो सकता है जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, जो पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, या फिर जिनकी उम्र 65 साल से अधिक है।
मौत के अब तक के मामलों की जांच से पता चला है कि अधिकांश मरीज या तो डायबिटीज, हृदय रोग, अस्थमा या किडनी फेल्योर जैसी बीमारियों से जूझ रहे थे, या फिर बुजुर्ग थे। ऐसे में कोविड के लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
कोरोना की चुपचाप वापसी, पर सरकार सतर्क
हालांकि मामले पहले की लहरों की तुलना में बहुत कम हैं, लेकिन विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि इसे हल्के में लेना भारी पड़ सकता है। कोरोना की यह नई लहर चुपचाप फैल रही है। कई बार संक्रमण के लक्षण सामने नहीं आते, और व्यक्ति दूसरों को संक्रमित कर देता है। सरकार ने फिलहाल किसी तरह की सख्ती या प्रतिबंधों की घोषणा नहीं की है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीमें स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
अस्पतालों में कोविड बेड्स और ऑक्सीजन आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा की जा रही है। राजधानी के कई सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल भी करवाई जा चुकी है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह: सावधानी ही सुरक्षा की कुंजी
विशेषज्ञों ने एक बार फिर से लोगों को मास्क पहनने, हाथ धोने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दी है। खासकर जिन लोगों को पहले से कोई गंभीर बीमारी है, उन्हें भीड़भाड़ से बचने और डॉक्टर की सलाह से बूस्टर डोज लेने की सलाह दी गई है। एम्स दिल्ली के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. संजय मेहरा का कहना है, कोरोना अब एक एंडेमिक स्टेज में पहुंच चुका है, लेकिन इसके म्यूटेशन का खतरा बना रहता है। यह जरूरी है कि लोग अपनी इम्युनिटी को मजबूत बनाए रखें – नियमित व्यायाम करें, पोषणयुक्त आहार लें और समय-समय पर डॉक्टर से जांच कराते रहें।
दिल्लीवासियों के लिए सरकार की अपील
- दिल्ली सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि
- हल्के लक्षण जैसे सिरदर्द, हल्का बुखार, गले में खराश या खांसी को नजरअंदाज न करें।
- तुरंत कोविड जांच करवाएं।
- रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर होम आइसोलेशन या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।
- बुजुर्गों और बीमारों की खास देखभाल करें।