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गहलोत का पीएम मोदी पर तंज, बोले– कन्हैयालाल हत्याकांड पर चुप्पी क्यों?

गहलोत का पीएम मोदी पर तंज, बोले– कन्हैयालाल हत्याकांड पर चुप्पी क्यों?

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी की बांसवाड़ा यात्रा के दौरान 2022 के कन्हैयालाल हत्याकांड पर चुप्पी पर तंज कसा। उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार को संवेदनहीन और केवल चुनावी राजनीति तक सीमित करार दिया।

जयपुर: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांसवाड़ा यात्रा के दौरान 2022 में हुए दर्जी कन्हैयालाल हत्याकांड पर चुप्पी बनाए रखने पर केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। गहलोत ने आरोप लगाया कि यह सरकार संवेदनहीन है और केवल चुनावी राजनीति तक ही सीमित है। उन्होंने कहा कि एनआईए तीन साल बाद भी अपराधियों को सजा नहीं दिला पाई और प्रधानमंत्री की यात्रा का भाषण राजनीतिक तर्कों तक सीमित रहा।

कन्हैयालाल हत्याकांड पर केंद्र सरकार की चुप्पी

अशोक गहलोत ने कहा कि 2022 में उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद इस मामले में न तो प्रधानमंत्री ने संवेदनशील प्रतिक्रिया दी और न ही गृह मंत्री ने। उन्होंने बताया कि यह चुप्पी राजस्थान की जनता को व्यथित कर रही है और इसके पीछे केवल राजनीतिक लाभ को ध्यान में रखा जा रहा है।

गहलोत ने यह भी आरोप लगाया कि इस मामले पर केन्द्र सरकार की कार्रवाई बेहद धीमी और अनुत्तरदायी रही है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को सजा दिलाने में विलंब ने न्याय प्रणाली की विश्वसनीयता को भी प्रभावित किया है।

बीजेपी सरकार पर चुनावी राजनीति का आरोप

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी सरकार अपने वादों के प्रति गंभीर नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार की कई योजनाओं को कमजोर या बंद कर दिया गया। गहलोत ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के दौरान जनता को वादों की स्थिति और कार्यान्वयन के बारे में बताते, तो यह सरकार की पारदर्शिता को दर्शाता।

गहलोत ने यह भी कहा कि पहले प्रधानमंत्री सरकारी कार्यक्रमों में अपने दृष्टिकोण और योजनाओं की जानकारी साझा करते थे, लेकिन अब यह परंपरा समाप्त हो गई है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया।

 पीएम मोदी की बांसवाड़ा यात्रा

प्रधानमंत्री मोदी ने 25 सितंबर को बांसवाड़ा में 1,22,100 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। हालांकि गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री का भाषण केवल राजनीतिक रोटियां सेंकने वाला था और इसमें संवेदनशील मामलों पर कोई चर्चा नहीं हुई।

गहलोत ने याद दिलाया कि जून 2022 में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड के संदर्भ में केंद्र सरकार की चुप्पी देश की लोकतांत्रिक भावना पर सवाल खड़ा करती है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील मामलों में निष्क्रिय रहना लोकतंत्र की मूलभूत नींव को कमजोर करता है।

गहलोत ने केंद्र सरकार को दी सख्त चेतावनी

अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार को चुनावी लाभ के लिए संवेदनशील मामलों पर चुप्पी नहीं बरतनी चाहिए। उन्होंने जनता से अपील की कि वे ऐसी नीतियों के प्रति सतर्क रहें और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाएं।

गहलोत ने यह भी कहा कि लोकतंत्र तभी मजबूत रहेगा जब सभी संवेदनशील मुद्दों पर पारदर्शिता और न्याय सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने केंद्र से कहा कि उसे केवल विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने की बजाय न्याय और सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।

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