अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अक्टूबर 2025 से फार्मास्युटिकल दवाओं पर 100% आयात शुल्क और फर्नीचर, किचन कैबिनेट्स व हेवी ट्रकों पर 25-50% तक टैक्स लागू करने की घोषणा की है। उनका उद्देश्य घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देना है, लेकिन इससे महंगाई और उपभोक्ताओं पर वित्तीय दबाव बढ़ने का खतरा है।
New Import Duty: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अक्टूबर 2025 से फार्मास्युटिकल दवाओं पर 100% और किचन-बाथरूम कैबिनेट्स, फर्नीचर व हेवी ट्रकों पर 25-50% आयात शुल्क लागू करने का ऐलान किया। ट्रंप का कहना है कि यह कदम घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देगा और बजट घाटा घटाएगा। हालांकि, आर्थिक विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि इससे महंगाई बढ़ सकती है और उपभोक्ताओं पर वित्तीय बोझ बढ़ सकता है। घरेलू निर्माण करने वाली कंपनियों को इस शुल्क से छूट मिलेगी।
टैरिफ का उद्देश्य
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रुथ सोशल” पर बताया कि यह कदम घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। उनका मानना है कि इस नीति से अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग को मजबूती मिलेगी और सरकारी बजट घाटा कम होगा। उन्होंने यह भी कहा कि घरेलू उत्पादकों को प्रोत्साहित करना इस नीति का मुख्य लक्ष्य है।
दवाओं की कीमतों पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि फार्मास्युटिकल दवाओं पर 100 प्रतिशत आयात शुल्क सीधे आम उपभोक्ताओं की जेब पर असर डाल सकता है। अमेरिका ने 2024 में लगभग 233 अरब डॉलर की दवाओं और मेडिकल उत्पादों का आयात किया था। यदि यह शुल्क लागू होता है, तो दवाओं की कीमतें दोगुनी हो सकती हैं, जिससे मेडिकेयर, मेडिकेड और आम उपभोक्ताओं पर वित्तीय बोझ बढ़ जाएगा। ट्रंप ने कहा कि जो फार्मा कंपनियां अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स स्थापित कर रही हैं, उन पर यह शुल्क लागू नहीं होगा।
फर्नीचर और कैबिनेट्स पर भी सख्ती
ट्रंप ने फर्नीचर और किचन-बाथरूम कैबिनेट्स के आयात पर भी 50 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की है। उनका कहना है कि विदेशी निर्माता अमेरिकी बाजार में इन उत्पादों को भरकर स्थानीय उद्योगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे घर बनाने और नवीनीकरण की लागत बढ़ सकती है। अमेरिका पहले से ही हाउसिंग संकट और ऊंची मॉर्गेज दरों से जूझ रहा है। ऐसे में इस टैरिफ का असर आम नागरिकों की जेब पर पड़ेगा।
हेवी ट्रकों पर 25 प्रतिशत टैक्स
ट्रंप ने कहा कि विदेशी ट्रक निर्माता अमेरिकी कंपनियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने बताया कि Peterbilt, Kenworth, Freightliner और Mack Trucks जैसी कंपनियों को विदेशी हस्तक्षेप से सुरक्षा दी जाएगी। उनका मानना है कि इस कदम से अमेरिकी कंपनियों को निवेश और निर्माण के लिए प्रेरणा मिलेगी।
महंगाई पर सवाल
आर्थिक विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ऐसे उच्च आयात शुल्क महंगाई को बढ़ा सकते हैं और आर्थिक विकास दर पर असर डाल सकते हैं। फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा है कि वस्तुओं की बढ़ती कीमतें सीधे महंगाई में इजाफा करती हैं और आयात शुल्क इसका मुख्य कारण बन सकते हैं।
आंकड़े क्या बताते हैं
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के अनुसार, पिछले 12 महीनों में महंगाई दर 2.9 प्रतिशत रही है। जबकि अप्रैल में यह 2.3 प्रतिशत थी, वही महीना जब ट्रंप ने आयात शुल्कों की पहली बड़ी घोषणा की थी। इसके अलावा, टैरिफ के बावजूद मैन्युफैक्चरिंग और निर्माण सेक्टर में नौकरियों में गिरावट दर्ज की गई है। अप्रैल से अब तक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 42,000 नौकरियां और निर्माण क्षेत्र में 8,000 नौकरियां घट गई हैं।